राजस्थान: कंजर्वेशन रिजर्व के रेस्क्यू सेंटर में हिरण का मांस खाते हुए पकड़े गए वन्यकर्मचारी
पास में एल्यूमीनियम के बर्तन(भगोने) में मांस पक रहा था. तीन शराब की बोतलें, नमकीन, डिस्पोजल ग्लास व पानी की बोतलें थी.
नागौर: जिले के गोगेलाव कन्जर्वेशन रिजर्व के रेस्क्यू सेंटर में श्री जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था में राजस्थान की टीम ने अचानक छापा मारकर इलाज के लिए लाए गए घायल वन्यजीव चिंकारा हिरण को नागौर वन विभाग के रिजर्व कन्जर्वेशन गोगोलाव में कर्मचारियों द्वारा मांस पका कर खाते और शराब पीते पकड़ा. चावण्डिया मे अज्ञात लोगों द्वारा मारी गई गोली से घायल हिरण को श्री जम्भेश्वर पर्यावरण एवं जीव रक्षा प्रदेश संस्था के जिला संगठन मंत्री पार्थवर्धन सियाग और अरविंद द्वारा वनविभाग की रेस्क्यू टीम को बुलाकर इलाज के लिए सुपुर्द किया गया था.
शाम को पार्थवर्धन और तहसील अध्यक्ष कालूराम सियाग घायल हिरण को देखने के लिए रिजर्व कंजर्वेशन गोगेलाव के रेस्क्यू सेंटर गए. वहां पर मौजूद दो कर्मचारी एवं दो अन्य मांसाहारी व्यक्ति शबीर खान और जमील खान हिरण का मांस पका रहे थे और शराब पी रहे थे. पास में एल्यूमीनियम के बर्तन(भगोने) में मांस पक रहा था. तीन शराब की बोतलें, नमकीन, डिस्पोजल ग्लास व पानी की बोतलें थी.
पार्थवर्धन सियाग ने अपने द्वारा वनविभाग को सौंपे गए घायल चिंकारा हिरण के स्वास्थ्य की जानकारी चाही तो वहां मोजुद कर्मचारी एक दुसरे का मुंह ताकते नजर आए तो पार्थवर्धन और कालूराम को कुछ शंका हुई तो इन्होंने संस्था के पदाधिकारियों एवं वन्यजीव प्रेमियों को और वनविभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया.
संस्था के प्रदेश अध्यक्ष रामरतन बिश्नोई, प्रदेश महामंत्री भानुसिह सियाग, प्रदेश कोषाध्यक्ष अनोपाराम डुडी, सुनील कुमार गौड़, क्षेत्रीय वन अधिकारी हेमेन्द्र परङोदा और कोतवाली थाना नागौर की टीम भी रेस्क्यू सेंटर आईं. रेस्क्यू की गाड़ी के रिकॉर्ड रजिस्टर में वन्यजीवों का सही तरीके से रिकॉर्ड दर्ज नहीं था. आधी अधुरी जानकारी से 27 तारीख को दो घायल हिरण और 28 तारीख को दो घायल हिरण लाने का रिकॉर्ड लिखा है जबकि रिजर्व कंजर्वेशन में रेस्क्यू सेंटर के रिकॉर्ड रजिस्टर में 26 तारीख के बाद में कोई वन्यजीव आया हुआ नहीं बताय गया. कोतवाली थाना नागौर में दी गई और चार मुलजिम पक्का हुआ मांस और शराब की बोतलें पुलिस को सुपुर्द की गई.