मुंबई: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार के मुखिया और राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर हिंदुत्व का नारा बुलंद किया है. शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने साफ कहा है कि शिवसेना ने हिंदुत्व की अपनी विचारधारा को छोड़ा नहीं है और ना ही उससे कोई समझौता किया है. सामना के संपादक संजय राउत को दिए इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने कहा, 'हमने हिंदुत्व नहीं छोडा है, गठबंधन किया है इसका मतलब ये नहीं कि हमने धर्म बदल लिया है.'


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आपको बता दें कि यह इंटरव्यू आने वाली 3,4 और 5 ताऱीख को सामना में प्रकाशित किया जाएगा.


बाल ठाकरे की विरासत अपनाना चाहते हैं राज ठाकरे
महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति में 'हिंदू हृदय सम्राट' कौन है इस सवाल पर एमएनएस (MNS) और शिवसेना (Shiv Sena) में लड़ाई शुरू हो गई है. एमएनएस जोर शोर के साथ हिंदूत्व की राजनीति पर अपना रही है. इस बीच महाराष्ट्र के ठाणे में एक पोस्टर लगा है जिसमें राज ठाकरे (Raj Thackeray) को 'हिंदू हृदय सम्राट' कहा गया है. बता दें महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे को 'हिंदू हृदय सम्राट' कहा जाता था. 


हिंदुत्व की राजनीति हथियाने की यह जंग 23 जनवरी को शुरू हुई थी जब एमएनएस ने नए झंडे, चिन्ह और नई विचारधारा के साथ नई शुरुआत की. मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने पार्टी के नए झंडे का अनावरण किया, जो गहरे भगवा रंग का है. इसके साथ छत्रपति शिवाजी महाराज के शासन की मुद्रा (रॉयल सील) को चिन्ह के तौर पर जारी किया गया. पार्टी का भव्य सम्मेलन गोरेगांव में एनएसई ग्राउंड में अयोजित किया गया.


पार्टी ने विनायक दामोदर उर्फ वीर सावरकर के चित्र के साथ अपने दादा प्रबोधनकर ठाकरे, सावित्रीबाई फुले व डॉ.बी.आर. अंबेडकर की तस्वीरों के साथ दक्षिणपंथी रुख का संकेत दिया. पार्टी ने राज ठाकरे के चाचा और शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की 94वीं जयंती भी धूमधाम से मनाई


आयोजन में मनसे के ठाणे अध्यक्ष अविनाश जाधव ने बालासाहेब के भतीजे राज को नया 'हिंदू हृदयसम्राट' बताया, जिसका जोरदार तालियों से स्वागत किया गया. यह घोषणा उस दिन की गई है जब शिवसेना अपने संस्थापक व संरक्षक की 94वीं जयंती मना रही है और उनके बेटे और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ भव्य समारोह का आयोजन किया है.