मुंबई: विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक ने मंगलवार को दावा किया कि जांच एजेंसियां अपने राजनीतिक आकाओं के इशारे पर उसे फंसाने के लिए कुछ हासिल करने की भरसक कोशिश कर रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन का मामला उस पर दर्ज किया था.


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ईडी नाइक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी कराने की कोशिश कर रही है जिसके चलते उसने यह आरोप लगाया है. नाइक ने यहां एक बयान में कहा कि ‘भारतीय एजेंसियां इतनी बैचैन क्यों हो रही हैं? अपने राजनीतिक आकाओं के निर्देश का पालन करने की बेचैनी.’ 


'यह न्याय करने की बेचैनी नहीं है'
उसने बयान में कहा, ‘निश्चित रूप से यह न्याय करने की बेचैनी नहीं है क्योंकि उन्हें खुद आरोपों पर भरोसा नहीं है. लेकिन यह बेचैनी शर्मनाक है और उनका ध्यान एक चीज से दूसरी पर केंद्रित करने से यह बात दिखाई देती है. वे आतंकवाद से धनशोधन की बात करने लगे और केवल मुझे फंसाने के लिए यह किया जा रहा है.’


नाइक ने कहा कि अगर उच्चतम न्यायालय मुझे लिखित में देता है कि मुझे गिरफ्तार नहीं किया जाएगा और दोषी साबित होने तक जेल में नहीं डाला जाएगा तो मैं भारत लौट आऊंगा और आज ही लौट आऊंगा. 


और क्या कहा नाइक ने?
खबरों के मुताबिक नाइक मलेशिया में है. उसने दावा किया कि ‘वह भारतीय एजेंसियों के झूठे दावों से अपना नाम हटवाने की कोशिश कर रहा है.’ उसने आरोप लगाया, ‘उनकी सारी कार्रवाइयों का उद्देश्य मुझे बिना मुकदमे और सुनवाई के जेल में डालने का लगता है.’


नाइक ने दावा किया कि जांच एजेंसियां उसके खिलाफ दो बार आरसीएन जारी कराने की कोशिश में नाकाम रही हैं और अब उसके खिलाफ धनशोधन के आरोपों में इसकी कोशिश कर रही हैं.