मायावती का बयान, `अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सभी कर लें स्वीकार`
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि अब सभी लोगों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानना चाहिए और अयोध्या को लेकर किसी भी तरह का विवाद नहीं करना चाहिए. मायावती ने कहा कि अयोध्या पवित्र नगरी है, भले ही लंबे समय तक यहां विवाद रहा हो.
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने कहा है कि अब सभी लोगों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानना चाहिए और अयोध्या को लेकर किसी भी तरह का विवाद नहीं करना चाहिए.
मायावती ने कहा कि अयोध्या पवित्र नगरी है, भले ही लंबे समय तक यहां विवाद रहा हो. लेकिन सुप्रीम कोर्ट इस विवाद का अंत कर चुका है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही मंदिर निर्माण हो रहा है. ऐसे में मेरी सलाह है कि सभी लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानें.
मायावती ने ट्वीट किया, 'जैसा कि सर्वविदित है कि अयोध्या विभिन्न धर्मों की पवित्र नगरी व स्थली है. लेकिन दुःख की बात यह है कि यह स्थल राम-मन्दिर व बाबरी-मस्जिद जमीन विवाद को लेकर काफी वर्षों तक विवादों में भी रहा है. लेकिन इसका माननीय सुप्रीम कोर्ट ने अन्त किया. साथ ही, इसकी आड़ में राजनीति कर रही पार्टियों पर भी काफी कुछ विराम लगाया. मा. कोर्ट के फैसले के तहत ही आज यहाँ राम-मंदिर निर्माण की नींव रखी जा रही है, जिसका काफी कुछ श्रेय मा. सुप्रीम कोर्ट को ही जाता है.
मायावती ने आगे लिखा, 'इस मामले में बी.एस.पी का शुरू से ही यह कहना रहा है कि इस प्रकरण को लेकर माननीय सुप्रीम कोर्ट, जो भी फैसला देगा, उसे हमारी पार्टी स्वीकार करेगी. जिसे अब सभी को भी स्वीकार कर लेना चाहिये. बी.एस.पी की यही सलाह है.'
बता दें कि पिछले साल अयोध्या की विवादित जमीन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था, जिसके बाद अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हुआ था. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण की नींव रखेंगे.