नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार में 2014 से 2019 तक विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) का निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. सुषमा स्वराज भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेताओं में से एक थीं और बीजेपी की महिला नेताओं में अग्रणी स्थान रखती थीं. सुषमा स्वराज अपने अनूठी भाषण शैली की वजह से काफी मशहूर थीं. उन्होंने लोकसभा और राज्यसभा में कई ओजस्वी भाषण दिए हैं.


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सुषमा स्वराज ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था. स्वराज ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया था. सुषमा स्वराज ने 2009 और 2014 में मध्यप्रदेश के विदिशा से चुनाव जीतकर सांसद बनी थीं. इसके साथ ही उन्होंने 2009 से 2014 तक लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की भी भूमिका अदा की थी. 


 



सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1953 को हुआ था. वह बीजेपी की वरिष्ठ नेता होने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट की पूर्व वकील भी थीं. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद सुषमा स्वराज दूसरी महिला थीं, जिन्होंने विदेश मंत्रालय संभाला था. मात्र 25 वर्ष की उम्र में 1977 में वह पहली बार केंद्रीय कैबिनेट में शामिल हुई थीं. उस वक्त वह सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री थीं. वह दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रही थीं.  


2014 में सुषमा स्वराज ने मध्य प्रदेश के विदिशा से दूसरी बार 4 लाख वोटों से चुनाव जीता था. सुषमा स्वराज को अमेरिका के वॉल स्ट्रीट जर्नल ने 'बेस्ट लव्ड पॉलिटिशियन' कहा था. बता दें कि सुषमा स्वराज का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. 


सुषमा स्वराज सर्वश्रेष्ठ संसदीय पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली और एकमात्र महिला सांसद थीं. सुषमा को वर्ष 2008 और 2010 में यह पुरस्कार प्राप्त हुआ था. 


पूर्व विदेशमंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) का 67 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. सुषमा को मंगलवार शाम नौ बजे के करीब बेचैनी की शिकायत मिलने के बाद एम्स (AIIMS) में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि सुषमा स्वराज आज शाम को वह अपने घर मे गिर गई थीं. थोड़ी ही देर बाद उन्हें घबराहट होने लगी, जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में एम्स लाया गया. इमरजेंसी वार्ड में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. एम्स की ओर से इस बात की आधिकारिक पुष्टि कर दी गई है.