`सुहागिनों को कुलभूषण जाधव के सामने विधवा की तरह पेश किया गया`: सुषमा स्वराज-10 बातें
इस दौरान कुलभूषण की मां ने पाकिस्तानी अधिकारियों से कहा कि ये सुहाग की निशानियां हैं, कृपया इनको मत उतरवाएं. इस पर भी पाकिस्तानी अधिकारियों का दिल नहीं पसीजा.
नई दिल्ली: पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के परिवार की उनसे मुलाकात के दौरान पाकिस्तान के दुर्व्यवहार के मसले पर संसद में जवाब देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान ने बेहद अमानवीयता दिखाई. कुलभूषण की मां और पत्नी के मंगलसूत्र, बिंदी और चूडि़यां तक उतरवा ली गईं. इस दौरान कुलभूषण की मां ने पाकिस्तानी अधिकारियों से कहा कि ये सुहाग की निशानियां हैं, कृपया इनको मत उतरवाएं. इस पर भी पाकिस्तानी अधिकारियों का दिल नहीं पसीजा. दोनों सुहागिनों को विधवा की तरह पेश किया गया.
1. सुषमा स्वराज ने कहा कि इसके चलते जैसे ही मां, कुलभूषण के सामने पहुंचीं तो उन्होंने मंगलसूत्र और बिंदी में जब उनको नहीं देखा तो सबसे पहले यही पूछा कि बाबा कैसे हैं? ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी वेशभूषा देखकर लगा कि इस दौरान क्या उनके परिवार में कोई घटना घटित हो गई.
2. मुलाकात से पहले कुलभूषण की पत्नी के जूते उतरवा लिए गए. उनको वापस भी नहीं किया गया. पाकिस्तान ने कहा कि उन जूतों में रिकॉर्डर या टेप है. इससे ज्यादा असंगत कुछ नहीं हो सकता क्योंकि पाकिस्तान की यात्रा के दौरान इन लोगों ने दो फ्लाइटों में सफर किया. यदि ऐसा होता तो एयरपोर्ट पर चेकिंग के दौरान तो ऐसी चीज पकड़ में आती. इस अतार्किक व्यवहार की व्याख्या नहीं की जा सकती. जाधव की पत्नी बार-बार अपने जूते वापस मांगती रहीं लेकिन उनको वापस नहीं किया गया.
मुलाकात के वक्त कुलभूषण जाधव के परिवार का इंटरकॉम तक बंद कर दिया गया: सुषमा स्वराज
3. मुलाकात के दौरान किसी भी प्रकार के मानवीय तकाजे का ख्याल नहीं रखा गया. परिवार के मानवाधिकारों का बारंबार उल्लंघन किया गया एवं भय का माहौल बनाया गया.
4. कुलभूषण जाधव की मां को मराठी में नहीं बोलने दिया गया. दो पाकिस्तानी अधिकारी मीटिंग के दौरान लगातार उनको टोकते रहे. बीच में तो एक वक्त इंटरकॉम ही रोक दिया गया.
कुलभूषण जाधव ने मां को देखते ही पहला सवाल पूछा-'बाबा कैसे हैं', जानें क्यों
5. अपने परिवार के साथ मुलाकात के दौरान जाधव काफी तनाव में थे. साफ पता चल रहा था कि उन्हें कैद करने वालों ने उन्हें जो सिखा-पढ़ाकर भेजा गया, वो वही बोल रहे थे. वह पूरी तरह स्वस्थ भी नहीं है, यह साफ दिख रहा था.
6. मानवता और सद्भाव के नाम पर हुई इस मीटिंग में मानवता भी गायब थी और सद्भाव भी नहीं था. एक मां की बेटे से और पत्नी की पति से मुलाकात को पाकिस्तान के प्रोपैगंडा की तरह पेश किया.
7. इस मुलाकात के बाद पाकिस्तानी अधिकारियों ने उनकी कार को जानबूझकर रोका गया ताकि मीडिया उनके परिवार को तंग कर सकें और उनसे अभद्र सवाल करके परेशान किया गया. जाधव की पत्नी के जूतों को लेकर पाकिस्तानी अधिकारी कुछ शरारत करने वाले हैं यह हमें आशंका है.
8. सुषमा स्वराज ने राज्यसभा को यही भी बताया कि हम अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में कुलभूषण जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगाने में कामयाब रहे.
और इस तरह कुलभूषण जाधव की मां ने पाकिस्तान की योजना को नाकाम कर दिया...
9. गौरतलब है कि जाधव की मां और पत्नी ने बीते सोमवार को उनसे पाकिस्तान में मुलाकात की थी. इस दौरान जाधव की मां और पत्नी की चूड़ियां, बिंदी, मंगलसूत्र उतरवा लिया गया था. कल विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था कि यह स्पष्ट रूप से आपसी समझ की भावना का उल्लंघन है.
10. जाधव की पत्नी के जूते उतरवाए जाने के संदर्भ में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान में दावा करते हुए कहा था कि कुलभूषण की पत्नी के जूते सुरक्षा कारणों से जब्त किए गए थे, क्योंकि उसमें 'कुछ' था. पाकिस्तान ने कहा था कि उनके जूतों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है.