Swati Maliwal Case: `पहले मैं लेडी सिंघम थी`, स्वाति मालीवाल केस की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने बनाई एसआईटी
Swati Maliwal Assault: स्वाति मालीवाल केस में रहस्य गहराता जा रहा है. पहले एफआईआर में गंभीर आरोप लगाए गए. बिभव कुमार की गिरफ्तारी हुई और अब आम आदमी पार्टी के भीतर ही गुटबाजी देखने को मिल रही है. जिस तरह से भाजपा ने इस मुद्दे को उछाला, उससे स्वाति पर AAP के भीतर से सवाल उठाए जाने लगे हैं.
Delhi Assault Case: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से कथित मारपीट के मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने एसआईटी गठित कर दी है. स्वाति ने एक हफ्ते पहले आरोप लगाया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व निजी सचिव बिभव कुमार ने उनके साथ मारपीट की. विशेष जांच दल का नेतृत्व नॉर्थ दिल्ली की डीसीपी अंजीता चेप्याला कर रही हैं. SIT में इंस्पेक्टर रैंक के तीन अधिकारी भी शामिल हैं. सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज किया गया है.
CM के घर बिभव को ले गई पुलिस
एक दिन पहले ही दिल्ली पुलिस ने घटना के नाट्य रूपांतरण के लिए बिभव को केजरीवाल के घर लेकर गई थी. कुमार से पूछताछ की गई है और केस में करीब 20 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं. एक अधिकारी ने बताया है कि जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों के बयान भी लिए जा सकते हैं. केजरीवाल के निजी सहयोगी बिभव कुमार को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था और एक अदालत ने उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था.
मालीवाल ने कुमार पर 13 मई को उनके साथ मुख्यमंत्री आवास में मारपीट करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी. अधिकारी ने बताया कि कुमार से पूछा गया है कि वह कथित घटना के पांच दिन बाद और जिस दिन उन्हें गिरफ्तार किया गया था, 18 मई को मुख्यमंत्री के घर क्यों गए थे. पुलिस ने बताया है कि कुमार का फोन और केजरीवाल के घर से सीसीटीवी की डीवीआर बरामद कर ली गई है. इसे आगे की जांच के लिए फॉरेंसिक प्रयोगशाला में जमा किया जाएगा.
स्वाति ने AAP के मंत्रियों को सुनाया
उधर, स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार के मंत्री उनके बारे में झूठ फैला रहे हैं. उन्होंने मंत्रियों को अदालत में ले जाने की चेतावनी दी. मालीवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में ‘आप’ नेताओं के इन आरोपों का खंडन किया कि उन्होंने भाजपा के इशारे पर मुख्यमंत्री के सहयोगी के खिलाफ मारपीट की शिकायत इसलिए दर्ज कराई क्योंकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया था.
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि ये प्राथमिकी आठ साल पहले 2016 में हो चुकी थी जिसके बाद मुझे मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल दोनों ने दो बार और महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त किया. मामला पूरी तरह फर्जी है जिस पर 1.5 साल से माननीय उच्च न्यायालय ने रोक लगा रखी है और माना है कि पैसे का कोई लेनदेन नहीं हुआ है.
मालीवाल ने लिखा, 'बिभव कुमार के ख़िलाफ शिकायत देने से पहले तक मैं इनके हिसाब से 'लेडी सिंघम' थी और आज भाजपा की एजेंट बन गई?' उन्होंने लिखा, 'पूरी ट्रोल आर्मी मेरे पीछे लगा दी गई सिर्फ इसलिए क्योंकि मैंने सच बोला. पार्टी के सभी लोगों को फोन करके बोला जा रहा है कि स्वाति का कोई निजी वीडियो है तो भेजो, लीक करना है.'