नई दिल्ली: अमेजॉन प्राइम (Amazon Prime) की नई वेब सीरीज 'तांडव' (Tandav amazon web series) को लेकर चल रहे विवाद के बीच अब सरकार भी सख्ती करने का मन बना चुकी है. OTT पर परोसे जा रहे आपत्तिजनक कंटेंट को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की हाई लेवल बैठक हुई. सूत्रों का कहना है कि आज शाम तक OTT पर आपत्तिजनक कंटेंट और तांडव वेब सीरीज को लेकर मंत्रालय बड़ा फैसला भी ले सकता है.


रगुलेशन कोड बनाएं


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सरकार पहले ही साफ कह चुकी है कि OTT प्लेटफॉर्म पर दिखाए जाने वाले फिल्म या कंटेट को लेकर सेल्फ रगुलेशन कोड बनाएं.अगर OTT प्लेटफॉर्म अपने लिए सेल्फ रेगुलेशन कोड नहीं बनाते हैं तो फिर सरकार कोड बनाने पर विचार कर सकती है. मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि बैठक में तय किया गया कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ-साथ जिम्मेदारियां भी तय की जाएं.  क्रिएटिव फ्रीडम के नाम पर कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकती.


OTT के लिए अलग स्टैंडर्ड नहीं 


सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का मानना है कि कोरोना आपदा के कारण ज्यादातर फिल्में OTT पर रिलीज हो रही हैं. अगर यही फिल्में बड़े पर्दे या टीवी पर रिलीज होती तो इन्हें CBFC और Cable TV Regulation Act के कंटेंट गाइडलाइन्स का पालन करना होता, यानी थियेटर और OTT के लिए अलग-अलग स्टैंडर्ड नहीं हो सकते. 


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इससे पहले अमेजॉन प्राइम वेब सीरीज 'तांडव' (Tandav amazon web series) के निर्माता और कलाकारों के खिलाफ लखनऊ में मामला दर्ज हो चुका है. उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से गिरफ्तारी के प्रयास भी किए जा रहे हैं. वहीं भारत हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने सीरीज के कलाकारों को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं. स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि सीरीज के सभी कलाकार पहले भी लगातार विवादों में रहे हैं, इनके पुराने ट्वीट इनकी सोच बताते हैं. वहीं बसपा प्रमुख मायावती भी सीरीज के कंटेंट को लेकर आपत्ति जता चुकी हैं.


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