Telangana Election 2023: देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने तेलंगाना समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों का ऐलान कर दिया है. चुनाव आयोग ने सोमवार को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव की तारीख घोषित कर दी है. छत्तीसगढ़ में दो चरणों में जबकि बाकी के चार राज्यों में एक चरण में चुनाव होगा. इसी कड़ी में आइए समझते हैं कि दक्षिण के राज्य तेलंगाना में विधानसभा चुनाव किन परिस्थितियों में हो रहा है और चुनाव को लेकर कितनी सरगर्मियां वहां बढ़ी हुई हैं.


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तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान
दरअसल, चुनाव आयोग के मुताबिक तेलंगाना में एक ही दिन 30 नवंबर को वोट डाला जाएगा. जबकि इसका परिणाम उसी दिन 3 दिसंबर को आएगा जिस दिन बाकी राज्यों के चुनावों की मतगणना होनी है. तेलंगाना चुनाव के लिए तीन नवंबर को अधिसूचना जारी होगी तथा 10 नवंबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे. नामांकन पत्रों की छानबीन 13 नवंबर को होगी जबकि 15 नवंबर तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे. चुनाव आयोग ने यह भी बताया है कि पूरे तेलंगाना में 35,356 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे.


तेलंगाना सरकार का कार्यकाल 16 जनवरी तक
इस समय तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है और के चंद्रशेखर राव प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. केसीआर की अगुवाई वाले तेलंगाना विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 16 जनवरी 2024 को पूरा हो रहा है. तेलंगाना विधानसभा में 119 सीटों में 88 सीटें सामान्य वर्ग की हैं. जबकि 19 एससी और 12 सीटें एसटी के लिए रिजर्व हैं. राज्य में 3.17 करोड़ मतदाता हैं. यानी कि तेलंगाना में मतदाता- 3,17,32,727 युवा मतदाता- 5,32,990 हैं.


केसीआर के नेतृत्व वाली सरकार
फिलहाल तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है. कांग्रेस और बीजेपी तेलंगाना में फाइट देने के मूड में हैं. अगर पिछली बार के चुनावों की बात करें तो पिछले विधानसभा चुनाव में बीआरएस  जो कि उस समय टीआरएस हुआ करती थी, उसने 88 सीटें जीतकर अपनी सत्ता बरकरार रखी थी. कांग्रेस को 19, एआईएमआईएम को सात सीटें हासिल हुई थीं. बीजेपी को सिर्फ एक सीट मिली थी. अब देखना है कि इस चुनाव में क्या होगा.