Congress Election Guarantee: तेलंगाना में जनता खासकर महिलाओं के सब्र का बांध टूट गया है. उन्होंने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को खत लिखकर तुरंत 6 चुनावी गारंटियों को लागू करने की मांग की है. दरअसल ये वही गारंटियां हैं, जो कांग्रेस ने चुनाव के दौरान दी थीं. लेकिन वह अब तक लागू नहीं हो पाई हैं. इसके बाद तेलंगाना के आदिलाबाद जिले के एक गांव के लोगों को सोनिया और राहुल गांधी को खत लिखना पड़ा.


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सोनिया-राहुल को लिखा खत


मुखरा गांव की रहने वाली वैष्णवी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लिखे पत्र में बताया कि आपने चुनाव के दौरान अपने घोषणापत्र में जो छह वादे किए थे, उनको आपने और आपकी पार्टी ने अब तक पूरा नहीं किया है. महालक्ष्मी योजना के तहत 2,500 रुपये महिलाओं को देने का जो वादा था वह भी पूरा नहीं किया है. मैं सोनिया गांधी मैडम से अनुरोध करती हूं, आपकी पार्टी ने चुनाव के समय जो 6 वादे किए गए थे, उन्हें जल्द लागू किया जाए.


'चुनावी गारंटी पूरा करो'


महिला ने सोनिया गांधी को भी पोस्टकार्ड भेजा है. उन्होंने उसमें लिखा, "सोनिया गांधी मैडम, तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के दौरान तुक्कुगुडा में जनसभा में कहा था कि पहली गारंटी महालक्ष्मी योजना के तहत हर महिला को प्रति महीना 2,500 रुपये देने का है. 100 दिन में छह गारंटी अमल में लाने की बात कही गई थी. सरकार को सत्ता में आए 300 दिन हो गए लेकिन, अभी तक छह गारंटी को अमल में नहीं लाया गया है. अब तक महालक्ष्मी योजना के तहत किसी भी महिला को 2500 रुपये नहीं मिले हैं. आपसे अनुरोध है कि आप अपने वादे को तुरंत अमल में लाएं.


'300 दिन सत्ता में हो चुके हैं मगर...'


इसके अलावा एक और पोस्टकार्ड में नवले प्रवमिका ने लिखा कि तेलंगाना में 100 दिन में छह गारंटी अमल में लाने की बात कांग्रेस की तरफ से बोली गई थी. लेकिन, आपकी सरकार को सत्ता में आए 300 दिन हो गए हैं, मगर अभी तक छह गारंटी अमल में नहीं लाई गई. आपसे अनुरोध है कि अपने वादे तुरंत लागू करें.


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी को भी पोस्टकार्ड भेजकर छह गारंटियों के लागू करने में देरी पर असंतोष जताया है. उन्होंने राहुल गांधी को याद दिलाया कि कांग्रेस पार्टी ने 100 दिनों में गारंटियों को लागू करने का वादा किया था, लेकिन, सत्ता में 300 दिन पूरे होने के बाद भी वह ऐसा करने में विफल रही.


(इनपुट-IANS)