श्रीनगर: हिजबुल मुजाहिदीन के बेटे सैयद शाहिद युसूफ को राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) ने 2011 के टेरर फंडिंग केस में मंगलवार को गिरफ्तार किया है. इससे पहले जांच के दौरान उसका नाम सामने आने पर एनआईए ने उससे पूछताछ की थी. आज उसको मजिस्‍ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा. यह मामला 2011 में उस वक्‍त का है जब कश्‍मीर में आतंकी गतिविधियों के लिए विदेशी धन को पहुंचाया गया था. यूसुफ की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में अब तक पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. 


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इससे पहले एनआईए ने शाहिद को 16 अक्‍टूबर को पेश होने का समन दिया था. उसमें 2011 के टेरर फंडिंग केस के बारे में कई सवाल पूछे गए थे. शाहिद, हिजबुल चीफ सैयद सलाउद्दीन का तीसरे नंबर का बेटा है. वह सोईबाग बडगाम का निवासी है और कृषि विषय से एमए है. राज्‍य के कृषि विभाग में इस साल उसकी नौकरी लगी है. उसकी नौकरी का मामला भी सुर्खियों का सबब बना था.



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2011 टेरर फंडिंग केस
इस मामले के तहत पाकिस्‍तान से पैसा हवाला के माध्‍यम से दिल्‍ली के जरिये जम्‍मू-कश्‍मीर में भेजा गया. सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि यह आतंकी और अलगाववादी गतिविधियों के लिए कश्‍मीर में भेजा गया. इस बात की भी आशंका है कि इस तरह के तत्‍वों के प्रति सहानुभूति रखने वाले लोगों के पास भी इसे भेजा गया. 2011 में हिजबुल मुजाहिदीन के खिलाफ दिल्‍ली पुलिस स्‍पेशल सेल में केस दर्ज किया गया था.