Terror of Wolves in Bahraich: बहराइच से आज सुबह एक राहत भरी खबर आई. आदमखोर भेड़ियों के वुल्फ पैक का पांचवां भेड़िया पकड़ा गया. लेकिन इसके तुरंत बाद झुंड के आखिरी और घायल भेड़िये ने हमला कर दिया है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आखिरी भेड़िया और अग्रेसिव हो गया है.  क्या घायल भेड़िया अपने झुंड की तलाश में वापस आने वाला है. क्या आखिरी बचा भेड़िया ही अल्फा है और वो अपने पूरे वुल्फ पैक की तलाश में बहराइच के गावों में आतंक मचा देगा.


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एक तरफ लोग उस आदमखोर को पकड़े जाने पर राहत की सांस ले रहे हैं.. लेकिन इसी के साथ साथ आखिरी आदमखोर की दहशत भी कई गुना बढ़ गई है. वन विभाग की टीम ने जिस भेड़िये को पकड़ा है वो एक मादा भेड़िया है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आखिरी बचा भेड़िया अपनी मादा साथी की तलाश में आएगा. 


क्या आखिरी भेड़िया दोबारा बदला लेने के लिए आएगा?


आदमखोर वुल्फ पैक का आखिरी भेड़िया घायल है. इसी के साथ साथ अकेला भी. ऐसे में सवाल उठता है कि उसके बिहेवियर में क्या बदलाव आएगा. क्या वो भाग जाएगा या फिर अपने झुंड की तलाश में आएगा और गुस्से में हमला कर देगा.


आखिरी बचा भेड़िया कितना खूंखार हो गया है.. अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि एक तरफ मादा भेड़िये को पकड़ा गया और इसी के साथ साथ छठे भेड़िये ने एक बार फिर बहराइच के गांव पर हमला बोल दिया. ऐसे में अब वन विभाग की टीम के लिए आखिर भेड़िये को पकड़ना बहुत बड़ी चुनौती है.. लेकिन डीएफओ साहब कह रहे हैं कि आखिरी भेड़िया तब ही पकड़ में आएगा, जब अपना टाइम आएगा.


अब मुश्किल होता जा रहा है ऑपरेशन


जैसे जैसे भेड़ियों की तादाद कम होती जा रही है, वैसे वैसे ऑपरेशन और मुश्किल होता जा रहा है क्योंकि भेड़िये भी हर एक ट्रैप के साथ-साथ और सतर्क होते जा रहे हैं. पांचवे भेड़िये को पकड़ने के लिए भी वन विभाग की टीम को आधी रात में ऑपरेशन चलाना पड़ा. आदमखोरों के झुंड के पांच शिकारी वन विभाग के शिकंजे में हैं.. लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि आखिरी और जख्मी अल्फा क्या जल्द पकड़ा जाएगा या फिर वो पहले भी ज्यादा आतंक मचाएगा.


एक तरफ बहराइच में आदमखोर का आंतक जारी है.. तो वहीं देश के कई अलग अलग राज्यों में जंगली जानवरों के अटैक की खबरें आम हो गई हैं.. बहराइच से निकलकर ये दहशत देश के अलग अलग राज्यों में तक पहुंच गई है. यूपी से लेकर एमपी तक कहीं भेड़िये का आंतक है तो कहीं सियार का हमला.. कहीं इंसानी रिहायश में लेपर्ड घुस आया है तो कहीं गुलदार का आतंक है.. शहर शहर मैन Vs वाइल्ड का एनकाउंटर जारी है.


जगह- जगह हो रहीं पशु- इंसान की भिड़ंत


बहराइच में भेड़ियों के हमलों के बाद लोगों के मन में ये दहशत घर कर गई है.. जिसके बाद जंगली जानवरों को लेकर लोगों के मन में एक अजीब सा डर बैठ गया है. अब इसका असर ये हो रहा है कि इंसान भी जंगली जानवरों पर हमलावर हो गए हैं. मध्यप्रदेश के सिहोर में सड़क किनारे दो लोग इत्मिनान से बैठे थे कि तभी एक सियार ने उनपर हमला बोल दिया. पहले एक शख्स पर हमला किया. फिर दूसरे की ओर झपटा. सियार से भिड़ंत के 26 सेकंड के इस वीडियो को जिसने भी देखा उसकी सांसें रुक गईं. आखिरकार इस शख्स ने किसी तरह सियार को दूर फेंका.. तब जाकर उनकी जान बची..


वाइल्ड एनिमल्स की दहशत बहराइच से निकलकर अब देशभर में फैल गई है. इस दहशत का असर ये हो गया है कि इंसान मानो जानवरों के खून के प्यासे हो गए हैं. कुशीनगर में एक सियार ने 6 लोगों पर हमला कर दिया. जिसके बाद लोगों ने सियार को भेड़िया समझकर उसे मौत के घाट उतार दिया.


भेड़िये- सियार में कंफ्यूज हो गए लोग


कहीं भेड़िये का आंतक है तो कहीं सियार की दहशत.. लेकिन यूपी के बाराबंकी में तो एक अजीबोगरीब सा मामला सामने आया है.. जहां लोग ये डिसाइड ही नहीं कर पा रहे हैं कि गांववालों पर जिस जंगली जानवर ने हमला किया है वो भेड़िया है या सियार. बाराबंकी के गोछौरा गांव में जंगली जानवर ने खेत में बकरी चराने गए एक शख्स पर हमला कर लिया. गांववालों का दावा है कि ये हमला भेड़िये ने किया था लेकिन अधिकारी अब लोगों पर उसे सियार बताने का दवाब डाल रहे हैं.


बहराइच में भेड़ियों के आतंक का असर ये हो रहा है कि लोगों के अंदर जंगली जानवरों की दहशत घर कर गई है. कोई घरों में कैद होने को मजबूर हैं तो कोई जंगली जानवरों पर ही हमला कर रहा है.


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