Maharashtra Political Crisis News: कई सालों की मेहनत से बनी पार्टी से पकड़ ढीली होने की खबरों के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने बीजेपी नेताओं पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि बीजेपी (BJP) का मकसद शिवसेना को समाप्त करना है क्योंकि वह हिंदू वोट बैंक को साझा नहीं करना चाहती. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'जो जाना चाहते हैं जाएं....मैं नई शिवसेना बनाऊंगा'


शुक्रवार को अपने एक संबोधन में ठाकरे ने शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे को भी निशाने पर लिया. ठाकरे ने शिंदे को चुनौती देते हुए कहा कि वो शिवसेना के कार्यकर्ताओं और पार्टी को वोट देने वाले लोगों को अपने पाले में करके दिखाएं. अपने भाषण में उन्होंने आगे कहा, 'पार्टी के आम कार्यकर्ता उनकी 'पूंजी' हैं और जब तक वे उनके साथ खड़े हैं, तब तक वो किसी भी शख्स द्वारा हो रही आलोचना की परवाह नहीं करते. जो जाना चाहते हैं जाएं....मैं नई शिवसेना बनाऊंगा.'


ये भी पढ़ें- President Election 2022: द्रौपदी मुर्मू ने जब भरा नामांकन तो अखिलेश यादव ने दिया ये रिएक्शन


अपनों से मिला धोखा: उद्धव


शिवसेना के बागी विधायकों के गुवाहाटी में डेरा डालने के बाद बने हालातों के बीच ठाकरे ने पार्टी पार्षदों (नगरसेवकों) को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा, 'शिवसेना को अपनों ने धोखा दिया है. बगावत करने वाले विधायकों को विधानसभा चुनाव का टिकट दिया गया, जबकि आप जैसे शिवसैनिक टिकट चाहते थे. ये लोग आपकी मेहनत से जीतने के बाद असंतुष्ट हो गए जबकि आप इस मुश्किल घड़ी में पार्टी के साथ खड़े हैं. मैंने एकनाथ शिंदे से गठबंधन सहयोगियों से जुड़ी शिकायतें देखने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कई MLA दबाव डाल रहे हैं कि शिवसेना को बीजेपी के साथ दोस्ती करनी चाहिए. इस पर चर्चा बढ़ती इससे पहले उन्होंने अलग रास्ता पकड़ लिया.'


ये भी पढ़ें- Rajasthan: स्वर्गलोक में ढूंढो या पाताल में, हर हाल में 'भगवान' को करो पेश; कोर्ट का फरमान


शिंदे पर निशाना और बातों बातों में ऑफर


उद्धव ने शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा, 'अगर शिवसेना का एक कार्यकर्ता मुख्यमंत्री बनने जा रहा है तो आपको उनके (BJP) साथ जाना चाहिए. लेकिन, अगर आप डिप्टी सीएम बनने जा रहे हैं तो आपको मुझे बताना चाहिए था, मैं आपको उपमुख्यमंत्री बना देता. अगर शिवसेना के कार्यकर्ताओं को लगता है कि वह पार्टी का नेतृत्व करने में सक्षम नहीं हैं तो वह पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को तैयार हैं.'


ठाकरे ने फिर से इमोशनल कार्ड खेलते हुए कहा कि आपने मेरा सम्मान किया क्योंकि बालासाहेब ने कहा था. उद्धव ठाकरे ने आगे कहा, 'अगर आप सबको लगता है कि मैं पार्टी चलाने में सक्षम नहीं हूं तो मुझसे कहिए. मैं पार्टी से खुद को अलग करने के लिए तैयार हूं. कोई कहे कि मुझमें क्षमता नहीं है तो मैं इसी वक्त पार्टी छोड़ दूंगा.'


अब इन्हीं बयानों के बाद चर्चा हो रही है कि क्या उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी में लगातार मजबूत हो रहे बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे के सामने सरेंडर करने को तैयार हैं. 


(इनपुट: PTI)