Chemical In Toothpaste: सुबह-सुबह हमारे दिन की शुरुआत जिस चीज से होती है, वो है टूथपेस्ट.. टूथपेस्ट हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में एक अहम भूमिका निभाता है.. क्योंकि सुबह उठने के बाद हम लोग सबसे पहले टूथपेस्ट से दांतों की सफाई करते हैं. लेकिन क्या कभी आपने टूथपेस्ट इस्तेमाल करते समय सोचा है कि ये वेज है या नॉन वेज? 


 वेज है या नॉन वेज


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असल में आजकल बाजार में दांत साफ करने के लिए कई तरह और अलग-अलग फ्लेवर के टूथपेस्ट मौजूद हैं.. हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं कि जिस टूथपेस्ट का वो इस्तेमाल कर रहे हैं वो वेज है या नॉन वेज..क्योंकि रोजाना इस्तेमाल होने वाला आपका टूथपेस्ट वेज ही नहीं बल्कि नॉन वेज भी हो सकता है. टूथपेस्ट में वेजिटेरियन और नॉन वेजिटेरियन का जो लेवल है वो आता है, कई टूथपेस्ट ऐसे होते हैं जिनमें जानवरों का बायो प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया जाता है.


 ऐब्रसिव्स, फ्लोराइड्स, डिटर्जेंट्स और ह्यूमेक्टेंट्स


दरअसल टूथपेस्ट में ऐब्रसिव्स, फ्लोराइड्स, डिटर्जेंट्स और ह्यूमेक्टेंट्स जैसे केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है.. जो हमारे दांतों से प्लाक को हटाने में मदद करते हैं.. तो वहीं टूथपेस्ट में इस्तेमाल होने वाला फ्लोराइड दांतों के इनेमल को मजबूत बनाता है और कैविटी भी रोकता है.. अलग-अलग कंपनियां अपने प्रोडक्ट को लेकर अलग अलग दावे भी करती हैं.


इस बात पर बहस छिड़ गई


जीवित किसी जानवर से हमें कोई प्रोडक्ट मिल रहा है तो उन बॉयो प्रोडक्ट को आम तौर पर वेजिटेरियन प्रोडक्ट कहा जाता है अब ये आयुष मंत्रालय को फ़ैसला करना है कि कौन से वेजिटेरियन होंगे और कौन से नॉन वेजिटेरियन होंगा. आज कल कई टूथपेस्ट में फ्लेवरिंग एजेंट, एंटीबैक्टीरियल एजेंट, और नेच्युरल एलिमेंट भी मिलाए जाते हैं, जो दांतों को साफ करने में मदद करते हैं. हालांकि, कुछ घटनाओं के सामने आने के बाद इस बात पर बहस छिड़ गई कि क्या टूथपेस्ट में नॉनवेज मैटेरियल भी मिलाया जाता है?