नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस (Republic Day 2021) पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के नाम पर देश की राजधानी में जमकर बवाल किया. हिंसा के एक दिन बाद भारतीय किसान यूनियन (BKU) नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का एक वीडियो सामने आया है, इसके बाद सवाल उठ रहा है कि क्या ये बवाल सुनियोजित था. टिकैत का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल (Rakesh Tikait Video Viral) होने के बाद किसान आंदोलन (Farmers Protest) की मंशा भी सवालों के घेरे में है. वायरल वीडियो में राकेश टिकैट किसान नेताओं से लाठी-डंडा साथ लेकर आने की अपील करते नजर आ रहे हैं. 


वायरल वीडियो से टिकैत पर गंभीर सवाल


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सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) कहते नजर आ रहे हैं, 'सरकार मान नहीं रही है,  ज्यादा कैंड़ी पड़ रही है सरकार. अपना ले आइओ झंडा, झंडा भी लगाना. लाठी-गोठी भी  साथ रखिओ अपनी, झंडा लगाने के लिए. समझ जाइओ सारी बात. तिरंगा भी लगाना, अपना झंडा भी लगाना. ठीक है. अब सब आ जाओ अपनी जमीन बचाने. आ जाओ अपनी जमीन बचाने के लिए वरना जमीन नहीं बचनी. जमीन छीन ली जाएगी.'


देखें वीडियो



गलती या षणयंत्र?


टिकैत का वीडियो वायरल होने के बाद हिंसा के सुनियोजित षणयंत्र को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. देश की राजधानी में आंदोलन के नाम पर इस तरह की हिंसा से देश भर में लोगों में आक्रोश है. सोशल मीडिया पर लगातार योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) और राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) से लोग सवाल पूछ रहे हैं. वीडियो वायरल पर राकेश टिकैत का कहना है, 'हमने कहा था कि अपनी लाठी ले आओ. कृपया मुझे डंडे के बिना कोई झंडा दिखाएं, मैं अपनी गलती स्वीकार करूंगा.' इसके साथ ही राकेश टिकैट ने कहा है, 'जिसने झंडा फहराया वो कौन आदमी था? एक कौम को बदनाम करने की साजिश पिछले 2 महीने से चल रही है. कुछ लोगों को चिन्हित किया गया है उन्हें आज ही यहां से जाना होगा. जो आदमी हिंसा में पाया जाएगा उसे स्थान छोड़ना पड़ेगा और उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.'



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'किसान नेताओं ने भड़काया'


दूसरी तरफ बीजेपी (BJP) नेता शहनवाज हुसैन ने कहा है, 'जो शंका थी वो सही साबित हुई. किसान संगठन बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे कि अनुशासन रहेगा कि हम जश्न में शामिल हो रहे हैं. यह जश्न था या गणतंत्र दिवस (Republic Day) के दिन भारत पर हमला था? इन्होंने लाल किले (Red Fort) को अपवित्र किया है. इस सबके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.' शहनवाज हुसैन ने आगे कहा, 'उकसाने का काम तो किसान संगठन के नेताओं ने किया. किसान संगठन का हर नेता सिर्फ भड़काने में लगा हुआ था. अब जब ये घटना घट गई तब वे तरह-तरह का ज्ञान दे रहे हैं.




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