Independance Day 2024: स्वतंत्रता दिवस पर पहली बार दिल्ली में सीएम आवासा पर तिरंगा नहीं फहराया गया. जिसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने अपना दुख बयां किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दर्द जताया. सुनीता केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में सीएम आवास पर पहली बार ध्वजारोहण नहीं हुआ... बहुत अफसोस रहा.


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छलका सुनीता केजरीवाल का दर्द 


सुनीता केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि आज सीएम आवास पर तिरंगा नहीं फहराया गया. बहुत अफसोस रहा. यह तानाशाही एक चुने हुए मुख्यमंत्री को जेल में रख सकती है, लेकिन दिल में देशप्रेम को कैसे रोक पाएगी. उन्होंने दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी के सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट को शेयर करते हुए यह बात लिखी.


आखिरी सांस तक तानाशाही के खिलाफ लड़ते रहेंगे..


दरअसल दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने स्वतंत्रता दिवस की सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि आज स्वतंत्रता दिवस है. जब 1947 में भारत को अंग्रेजों की तानाशाही से आजादी मिली. सैकड़ों स्वतंत्रता सेनानियों ने लाठियां खाई, जेल गये और अपनी जान की कुर्बानी दी. हमें यह आजादी दिलवाने के लिए. उनके सपनों में भी ऐसा विचार नहीं आया होगा कि एक दिन.. आजाद भारत में. एक चुने हुए मुख्यमंत्री को झूठे मुकदमे में फंसा कर महीनों तक जेल में रखा जाएगा. आइये इस स्वतंत्रता दिवस पर हम ये प्रण लेते हैं कि आखिरी सांस तक तानाशाही के खिलाफ लड़ते रहेंगे.


सुनीता केजरीवाल ने शेयर किया आतिशी का पोस्ट


आतिशी के इसी पोस्ट को शेयर करने के साथ-साथ सुनीता केजरीवाल ने अपने दर्द को भी सोशल मीडिया पर बयां किया. गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुख्य संचालक अरविंद केजरीवाल के जेल में होने से आम आदमी पार्टी के नेता आज स्वतंत्रता दिवस के दिन काफी दुखी दिखाई दे रहे हैं. 


कैलाश गहलोत ने तिरंगा फहराया


बीते कई सालों से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में झंडा फहराते आए हैं. लेकिन इस बार जेल में बंद होने के कारण उनकी जगह दिल्ली सरकार के गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने तिरंगा फहराया. उन्होंने जेल के अंदर से ही दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी को झंडा फहराने के लिए नामित किया था लेकिन उनका नाम जीएडी ने खारिज कर दिया था.


(एजेंसी इनपुट के साथ)