Noida Supertech Twin Towers Demolition: यूपी के नोएडा (Noida) में सुपरटेक का अवैध ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) आखिरकार धूल में मिल ही गया. बस एक बटन दबते ही कुछ स्थानीय लोगों का 12 साल का संघर्ष भी खत्म हो गया. इन टावरों को गिराने का आदेश भले ही सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से आया हो लेकिन करप्शन की इस इमारत को जमीदोज करने में जिन चार बड़े नायकों का सबसे बड़ा योगदान रहा आइए अब उनके बारे में आपको बताते हैं. गौरतलब है कि इस ट्विन टॉवर के खिलाफ 12 साल पहले रिटायर्ड कैप्टेन उदय भान सिंह तेवतिया, एस के शर्मा, एम के जैन और रवि बजाज ने जो संघर्ष शुरू किया था वो आखिरकार आज अपने अंजाम तक पहुंच ही गया.


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उदयभान सिंह तेवतिया


उदयभान यानी उभरता हुआ सूरज, जिसने सिस्टम में फैले सामूहिक भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबी लड़ाई का फैसला किया तो फिर उसे अंजाम तक पहुंचाए बिना हार नहीं मानी. इन्होंने अपने संघर्ष में पूरी व्यवस्था पर चढ़े नकाब को उखाड़कर फेंक दिया. सत्ता, प्रशासन और राजनेताओं के दबाव के आगे झुके बिना उन्होंने सिस्टम का मजाक उड़ाने वालों को ऐसा सबक सिखाया कि अब वो सारे कानूनी शिकंजे के घेरे में आ चुके हैं. डर और धमकी से बिना डरे और सत्य की जीत के इस नायक का नाम है रिटायर्ड कैप्टेन, सीआरपीएफ डीआईजी उदयभान सिंह तेवतिया, जिनका सत्य परेशान तो बहुत हुआ लेकिन पराजित नहीं हुआ. 79 साल के बुजुर्ग लेकिन हौसलों से आज भी युवा तेवतिया नोएडा सेक्टर 93-ए में रहते हैं. उन्हीं की अगुवाई में यह पूरी लड़ाई लड़ी गई. वह सीआईएसएफ के सेवानिवृत्त डीआईजी तेवतिया एमराल्ड कोर्ट रेसिडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं. 


एसके शर्मा


74 साल के शर्मा और तेवतिया की जोड़ी ने एमराल्ड कोर्ट रेसिडेंट एसोसिएशन में एक साथ काम किया. आपको बताते चलें कि एसके शर्मा टेलिकॉम विभाग में डिप्टी डीजी रह चुके हैं. इन्हीं दोनों ने इस अवैध इमारत के खिलाफ लड़ाई लड़ने का फैसला किया था. 


रवि बजाज


65 वर्षीय बजाज भी एमराल्ड कोर्ट रेसिडेंट एसोसिएशन के मेंबर थे. हालांकि पिछले साल 2021 में उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था. 65 साल के रवि बजाज, आयकर विभाग में बड़े अधिकारी थे. 


एमके जैन


सुपरटेक के खिलाफ करीब एक दशक से ज्यादा चली इस लंबी और थका देने वाले संघर्ष के एक और सितारे की बात करें तो उनका नाम एमके जैन है. हालांकि एमके जैन अब इस दुनिया में नहीं है. बीते साल 59 साल की उम्र में उनका देहान्त हो गया था. 


अफसरों के लिए सबक: CEO


इस पूरे मामले को लेकर नोएडा अथॉरिटी की वर्तमान सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा, 'अगर कहीं भी नियमों का उल्लंघन होता है तो आज नहीं तो कल, इसकी जवाबदेही निश्चित तौर पर तय होगी. कानून से कोई भी बच नहीं सकता. इसलिए सभी को सरकार और अदालतों द्वारा निर्धारित मानदंडों का पालन बड़ी सावधानी और जिम्मेदारी से करना चाहिए. सुपरटेक ट्विन टावर का मामला देश के सभी सरकारी अधिकारियों के लिए एक सबक है, क्योंकि प्रोजेक्ट में संलिप्तता के आरोप में नोएडा प्राधिकरण (NA) के 26 अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है.'


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