Congress Workers Death: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को कांग्रेस द्वारा आयोजित विधानसभा घेराव प्रदर्शन के दौरान एक युवा कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत हो गई. कांग्रेस का दावा है कि गोरखपुर से आए प्रभात पांडेय प्रदर्शन के दौरान पुलिस की धक्का-मुक्की और बल प्रयोग के कारण घायल हुए, जिससे उनकी जान चली गई. असम के गुवाहाटी में भी कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान एक कार्यकर्ता की मौत हो गई. दोनों ही घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है.


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कांग्रेस का योगी सरकार पर हमला


कांग्रेस ने इस घटना को "पुलिस की बर्बरता" करार देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. पार्टी ने प्रभात के परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.


सरकार ने दी सफाई


दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि प्रभात पांडेय को पार्टी कार्यालय के कमरे में गिरे हुए पाया गया था. उन्होंने सिविल अस्पताल के निदेशक को बेहतर इलाज के निर्देश दिए थे, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.


असम में प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ता की मौत


असम के गुवाहाटी में भी कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान एक कार्यकर्ता मृदुल इस्लाम की मौत हो गई. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे मृदुल की जान गई. यह प्रदर्शन मणिपुर हिंसा, अडानी समूह के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों और अन्य मुद्दों को लेकर किया गया था. कांग्रेस ने इसे भाजपा सरकार की "तानाशाही" का प्रतीक बताया. हालांकि, असम पुलिस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा.


राहुल गांधी ने भाजपा पर बोला हमला


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इन दोनों घटनाओं पर भाजपा सरकारों को आड़े हाथों लिया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "देशभर में कांग्रेस पार्टी बाबासाहेब और संविधान के समर्थन में सत्याग्रह कर रही है. इस दौरान गुवाहाटी में मृदुल इस्लाम और लखनऊ में प्रभात पांडेय की मृत्यु अत्यंत दुखद और निंदनीय है." राहुल गांधी ने इन कार्यकर्ताओं के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस "सत्य और संविधान" के लिए संघर्ष जारी रखेगी.


प्रियंका गांधी ने अंग्रेजी राज से की तुलना


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी भाजपा सरकारों की कार्रवाई को "अंग्रेजी राज" जैसा करार दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान और लोकतंत्र का गला घोंट रही है. कांग्रेस ने इन घटनाओं को लोकतंत्र और संविधान पर हमला बताया. पार्टी ने कहा कि भाजपा सरकारें न केवल संसद में बल्कि सड़कों पर भी लोकतांत्रिक विरोध को कुचलने का प्रयास कर रही हैं.



पुलिस और प्रशासन पर सवाल


कांग्रेस ने दोनों राज्यों की पुलिस पर गंभीर सवाल उठाए हैं. पार्टी का कहना है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं पर बल प्रयोग करना और उनकी मौत के बाद जिम्मेदारी से बचना सरकार की "तानाशाही मानसिकता" को दर्शाता है. कांग्रेस ने इन दोनों घटनाओं की निष्पक्ष जांच की मांग की है. पार्टी ने कहा कि इन मौतों के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और सरकार को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.