Uddhav Thackeray Vs Devendra Fadnavis: शिवसेना (UBT) गुट ने एक बार फिर बीजेपी (BJP) पर पीठ में छुरा भोकने का आरोप लगाते हुए पांच साल पुरानी कहानी दोहराई है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस ने पार्टी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए. उन्होंने देवेंद्र फडणवीस का नाम लेते हुए जो कहानी सुनाई उस पर पर एक बार फिर सियासी घमासान मचना तय माना जा रहा है. हालांकि अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

देवेंद्र फडणवीस ने सुनाई पांच साल पुरानी कहानी


टीओआई में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एंटॉप हिल की चुनावी रैली में चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा, 'पांच साल पहले डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस केंद्र में वित्त मंत्री बनना चाहते थे. उन्होंने तब मुझसे ये वादा किया था कि वो खुद आदित्य ठाकरे को तैयार करेंगे ताकि उन्हें ढाई साल बाद सीएम बनाया जा सके. 


उद्धव ने कहा, 'तत्कालीन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उस दौरान फड़नवीस के साथ गठबंधन की शर्तों पर बातचीत करने के लिए हमारे घर आए थे.' 


फड़नवीस का पलटवार


उद्धव के आरोपों पर पलटवार करते हुए फड़णवीस ने कहा, 'सच बोलने के लिए सोचना नहीं पड़ता है. मैंने आदित्य को चुनाव लड़ने की सलाह दी थी. सीएम बनाने और तैयार करने के लिए नहीं कहा था. झूठ बोलने के लिए सोच-विचार की आवश्यकता होती है. एक झूठ को सच ठहराने के लिए बार-बार झूठ बोलना पड़ता है, तब भी झूठ झूठ ही रहता है. ये बात बोलकर उद्धव एक बार फिर बेनकाब हो गए हैं. मेरे पुराने मित्र उद्धव ठाकरे थोड़े भ्रमित हैं. उन्होंने कहा कि मुझे आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाकर दिल्ली जाना था. ऐसा मैंने कभी भी नहीं कहा था. 


मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने क्या कहा?


सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव के इस बयान पर कहा, 'झूठ बोलने की भी एक सीमा होती है. वह सीएम बनना चाहते थे जो कि वह शिवसेना-बीजेपी गठबंधन में नहीं बन सके. इसलिए उन्होंने झूठ बोला कि अमित शाह ने उन्हें 2.5 साल का सीएम पद देने का वादा किया था.'