MP: उज्जैन रेप केस का मुख्य आरोपी एनकाउंटर में घायल, पुलिस हिरासत से की थी भागने की कोशिश
उज्जैन में मासूम बच्ची से बलात्कार की खबर ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. इस शर्मनाक और जघन्य हत्याकांड की जांच जारी है. इस बीच बच्ची के गुनहगारों को दबोचने के लिए मध्य प्रदेश की पुलिस लगातार एक्टिव है.
Ujjain Minor rape case update: उज्जैन में मासूम बच्ची से बलात्कार की खबर ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. इस शर्मनाक और जघन्य हत्याकांड की जांच जारी है. इस बीच बच्ची के गुनहगारों को दबोचने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. जिला पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी भरत सोनी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की और इस दौरान घायल हो गया.
आरोपी को लेकर बड़ा खुलासा: सूत्र
इस मामले में सूत्रों के हवाले से जो बड़े अपडेट सामने आए हैं, उनके मुताबिक
1. पुलिस ने मुख्य आरोपी को हिरासत में लिया. आरोपी एक ऑटोचालक बताया जा रहा है.
2. बच्ची की 6 लोगों से अलग-अलग जगह मुलाकात हुई थी.
3. इसमें से 4 ऑटो चालक और दो राहगीर थे.
4. तीन ऑटो चालकों से पूछताछ के बाद एक चौथे ऑटो चालक तक पुलिस पहुंची. जिसने इस पूरी घटना के बाद अपने ऑटो के अंदर के सबूतों से छेड़छाड़ करना पाया गया. इतना ही नहीं उसने अपने ऑटो के नंबर प्लेट के साथ भी छेड़छाड़ की थी.
5. आरोपी ऑटो चालक का फोन भी पिछले 24 घंटे से स्विच ऑफ था. जानकारी के मुताबिक मुख्य आरोपी की पहचान हो गई है.
उज्जैन पुलिस का बयान
इस मामले की जांच से जुड़े इंस्पेक्टर अजय कुमार ने कहा कि आज हम क्राइम सीन को रीक्रिएट करने और लड़की द्वारा पहने गए कपड़े बरामद करने के लिए मौके पर पहुंचे. मौका पाकर भरत सोनी ने भागने की कोशिश की. पुलिस कर्मियों ने उसका पीछा किया और उसे पकड़ लिया. इस दौरान वह गिर गया. उसके हाथ और पैर में चोट आ गई.
क्या था पूरा मामला?
उज्जैन एसपी सचिन शर्मा ने इस केस पर पूरी नजर रखी थी. पुलिस कप्तान ने बताया, उज्जैन की थाना महाकाल पुलिस को 25 सितंबर के दिन एक नाबालिग बच्ची के लावारिस हालात में भटकने की सूचना मिली थी. उसे फौरन अस्पताल ले जाकर उसका मेडिकल कराया गया. चूंकि बच्ची यह बता पाने में सक्षम नहीं थी कि वह कहां की रहने वाली है, इसलिए चाइल्ड काउंसलर को बुलाया गया. तब कहीं कुछ जानकारी मिल सकी. फिर जांच के लिए एसआईटी बनाई गई. शहर के आसपास से तकनीकी साक्ष्य जैसे सीसीटीवी फुटेज जुटाई गई. फुटेज के आधार पर एक ऑटो चालक को अभिरक्षा में लिया गया. छानबीन करने पर उसकी ऑटो में खून के निशान थे और पूछताछ के दौरान ड्राइवर ने बताया कि घटना की तारीख को बच्ची के साथ था.