नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा नोटबंदी को ''संगठित लूट'' करार देने पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रविवार को उन पर बरसते हुए कहा कि जब जरूरत थी तो, सिंह ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल नहीं किया. केंद्रीय मंत्री पुरी ''इंडिया आइडियाज कॉनक्लेव'' को संबोधित कर रहे थे. पुरी ने उन विपक्षी दलों के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया जिन्होंने कांग्रेस से हाथ मिलाया है. पुरी ने कहा कि जीवन भर कांग्रेस से लड़ते रहने के बावजूद फिर उसी पार्टी के साथ हो गए हैं.


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उन्होंने कहा, ''एक महत्वपूर्ण (पूर्व) प्रधानमंत्री ने नोटबंदी को संगठित लूट करार दिया है. मुझे नहीं पता कि उनके पास यह तथ्य कहां से आया है.'' पुरी ने मनमोहन की आलोचना करते हुए कहा कि जब उनके ऐसा करने की आवश्यकता थी, तब उन्होंने अपने ''राजनीतिक ताकत'' का इस्तेमाल नहीं किया.'' केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''सोनिया गांधी के आसपास लोगों का एक ऐसा समूह था, जो निर्णय करने में प्रभावी था. चूंकि भारत के प्रधानमंत्री नियुक्त किये गए थे इसलिए ऐसा हुआ.'' 


उन्होंने कहा, ''वह चूंकि नियुक्त किये गए थे और जब उन्हें (प्रधानमंत्री) नियुक्त किया गया तो कांग्रेस संसदीय दल के नियम बदल गए. इसलिए संसद के लिए चुना गया व्यक्ति प्रधानमंत्री नहीं बना.'' वह बीजेपी विरोधी गठबंधन बनाने के लिए कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने वाले राजनीतिक दलों पर भी बरसे.


(इनपुट भाषा से)