UP चुनाव से पहले BJP की `सोशल इंजीनियरिंग`, योगी कैबिनेट में शामिल हुए 7 नए चेहरे
Cabinet Expansion Of UP Govt: बीजेपी यूपी चुनाव से पहले जातीय समीकरण को साधने की कोशिश कर रही है. अलग-अलग समुदाय के 7 चेहरों को मंत्री बनाया गया है.
लखनऊ: 2022 से पहले कैबिनेट विस्तार के जरिए बीजेपी ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सोशल इंजीनियरिंग का दांव चल दिया है. योगी आदित्यनाथ सरकार के कैबिनेट विस्तार (Yogi Govt Cabinet Expansion) में ब्राह्मण, OBC, SC समुदाय से चेहरों को शामिल किया गया है. 7 नए मंत्रियों में एक महिला को भी जगह दी गई है.
जितिन बने कैबिनेट मंत्री
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए जितिन प्रसाद (Jitin Prasad) ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है. जितिन भारत की राजनीति में पहचान रखने वाली शाहजहांपुर की प्रसाद फैमिली के सदस्य हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी ने ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जितिन को कैबिनेट में जगह दी है. जितिन के बाद बरेली की बहेड़ी विधान सभा से विधायक क्षत्रपाल गंगवार ने शपथ ली. माना जा रहा है कि बीजेपी ने केंद्र से संतोष गंगवार की छुट्टी के बाद बरेली में अच्छी खासी संख्या में रहने वाले गंगवार समुदाय को साधने की रणनीति के तहत क्षत्रपाल को मंत्रिमंडल में जगह दी है.
पहली बार जीतने वालों को मौका
योगी कैबिनेट के इस विस्तार में खास बात यह रही कि पहली बार जीत कर लखनऊ पहुंचने वाले चेहरों को जगह दी गई है. बलरामपुर की सदर सीट से 2017 में पहली बार विधायक बने पलटू राम को भी राज्य मंत्री की शपथ दिलाई गई. पेशे से अध्यापक 2017 में गाजीपुर विधान सभा सीट से जीतने वालीं पिछड़ी जाति की विधायक संगीता बलवंत बिंद (Sangeeta Balwant Bind) ने भी राज्य मंत्री की शपथ ली. संगीता बिंद लेखन और सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं.
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जातिगत समीकरण का खास ध्यान
सोनभद्र की ओबरा सीट से पहली बार विधायक बने संजय गौड़ को भी राज्य मंत्री बनाया गया है. संजय गौड़ एससी समुदाय से आते हैं. वहीं मेरठ की हस्तिनापुर सीट से विधायक दिनेश खटीक को भी राज्य मंत्री के तौर पर योगी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. दिनेश खटीक भी 2017 में पहली बार जीतकर विधान सभा पहुंचे हैं. इसके अलावा हाथरस के बहरदोई के रहने वाले MLC धर्मवीर प्रजापति को भी योगी मंत्रिमंडल में जगह मिली है. इससे पहले प्रजापति को माटी कला बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था. 2002 में वे यूपी बीजेपी पिछाड़ा वर्ग मोर्चा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
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