UP Nikay Chunav 2022 Latest Update: निकाय चुनाव में देरी को लेकर बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप बढ़ता जा रहा है. जिसके चलते उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव का इंतजार और लंबा होता जा रहा है. चुनाव इस साल होने वाले थे, लेकिन अदालती मामलों ने अब इसे अगले साल की ओर खींच लिया है. चुनावों की तारीख इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा उत्तर प्रदेश नगरपालिका/निकाय चुनावों की अधिसूचना पर रोक के कारण चुनावों में देरी जारी है क्योंकि फैसले का अभी इंतजार है. इस मामले में अगली सुनवाई 27 दिसंबर को होनी है. हालांकि खबरों के मुताबिक दोनों पक्षों ने मामले में अपनी दलीलें पेश कर दी हैं और कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. अब माना जा रहा है कि कोर्ट का फैसला 27 दिसंबर को आ सकता है लेकिन इसमें और देरी होने की संभावना है.


इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 12 दिसंबर को यूपी नगर निगम चुनाव की अधिसूचना पर रोक लगा दी थी. अब अगर कोर्ट का फैसला आता भी है तो मार्च 2023 के बाद चुनाव में देरी हो सकती है क्योंकि बोर्ड की परीक्षाएं मार्च से अप्रैल के बीच होंगी. चुनाव आयोग या तो फरवरी की शुरुआत में या मार्च के बाद चुनाव करा सकता है.


चुनाव में देरी का एक और मुद्दा अदालत में दायर जनहित याचिकाएं हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक निकाय चुनाव को लेकर कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई हैं. चूंकि अदालत 27 दिसंबर के बाद शीतकालीन अवकाश पर जा रही है, अगर उस दिन फैसला नहीं आता है, तो यह जनवरी के दूसरे सप्ताह के बाद ही आ सकता है.


इस बीच, भाजपा ने फैसला किया है कि एक स्क्रीनिंग कमेटी आगामी नगरपालिका चुनावों के लिए उम्मीदवारों का चयन करेगी. स्क्रीनिंग कमेटी का गठन होना अभी बाकी है. राज्य में 762 नगरीय निकाय हैं: सत्रह नगर निगम, 200 नगर पालिका परिषद और 545 नगर पंचायत.


पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं.


(एजेंसी इनपुट के साथ)