Crime News: पुलिस नहीं सुलझा पा रही थी हत्या की गुत्थी, फिर मिला 1 कंडोम का पैकेट और खुल गया राज
Crime News Hindi: हत्यारों ने हत्या के बाद घटनास्थल पर कोई भी सुबूत नहीं छोड़ा था, लेकिन पुलिस को इस मर्डर केस को सुलझाने में कंडोम के पैकेट से मदद मिली और फिर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया.
Murder Case solved with Condoms Packet: उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस को एक मर्डर केस को सुलझाने में कंडोम के पैकेट से मदद मिली और फिर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया. आंबेडकर नगर के बेवाना थाना क्षेत्र में अजब सिंह हत्याकांड की केस स्टडी अब यूपी पुलिस (UP Police) के ट्रेनिंग सेंटर मुरादाबाद भेजी जाएगी, जहां ट्रेनी अफसर और पुलिस के जवान ट्रेनिंग के दौरान इसका अध्ययन करेंगे.
कंडोम के ब्रांड से खुला मर्डर का राज
इस ब्लाइंड मर्डर का राज कंडोम के ब्रांड से खुला था. हत्यारों ने हत्या के बाद घटनास्थल पर कोई भी सुबूत नहीं छोड़ा था. इस हत्याकांड का खुलासा करना पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी. बता दें कि बीते 11 जून को एक बंद पड़े स्कूल में 90 प्रतिशत जल चुका शव बरामद हुआ था. शव जला होने कारण उसकी शिनाख्त नहीं पाई थी और न ही वहां कोई ऐसी चीज बरामद हुई, जिससे शव के शिनाख्त में कोई मदद मिलती. पुलिस ने इस हत्याकांड खोलने को एक चुनौती के रूप में लिया. एक कंडोम के पैकेट के सहारे इसके तह तक पहुंची और हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की इस कामयाबी पर उसे अधिकारियों से प्रशंसा मिल रही है और केस स्टडी पुलिस ट्रेनिंग सेंटर भेजी जाएगी.
पुलिस ने कंडोम से कैसे खोला हत्या का राज?
पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिन्हा ने इस ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करने के लिए थाने की टीम के अलावा स्वाट टीम और सर्विलांस सेल को लगाया, लेकिन पुलिस को आगे बढ़ने के लिए कोई क्लू नहीं मिल रहा था कि आगे कैसे बढ़ें. पुलिस टीम अंत मे आकर उसी कंडोम के पॉकेट पर आकर अटक जा रही थी और अंत मे यही से पुलिस को सुराग भी मिला, क्योकि कंडोम का जो ब्रांड था वो आंबेडकर नगर सहित आसपास के जिलों में नहीं बिकता है. इसके बाद पुलिस टीम द्वारा इस ब्रांड की बिक्री कहां होती है, इसका पता लगाने के लिए इसे सोशल मीडिया पर भी डाला गया. इसके बाद पता चला कि इस ब्रांड के कंडोम दिल्ली-एनसीआर और उससे सटे यूपी के जिलों में मिलते हैं.
पुलिस ने इसके बाद सर्विलांस सेल के माध्यम से यह पता लगाया कि इन जिलों के मोबाइल नंबरो की गतिविधियां घटनास्थल वाले क्षेत्र में थी. सर्विलांस सेल ने 12 नंबरो की लोकेशन ट्रेस की, जिनसे बात हुई थी. जब नंबरो की जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि 8 नंबर ऐसे थे, जिनके परिवार के लोग किन्ही कारणों से वहां रहते थे. एक नंबर पर महिला की बात हुई थी, जो सहारनपुर जनपद की थी. महिला से जब पुलिस ने बात किया तो उसने बताया कि यहां से 4 लोग सर्कस दिखाने आंबेडकर नगर गए हैं. इस पर पुलिस सक्रिय हुई और सर्कस दिखाने आए लोगों की खोज शुरू की तो सहारनपुर से सर्कस दिखाने आए इमरान और फरमान मिले.
जब पुलिस ने इनसे कड़ाई से पूछताछ की तो इनलोगों ने बताया कि इमरान की बहन से अजब सिंह का अफेयर चल रहा था और भीतरी डीह गांव निवासी इरफान की बहन से भी संबंध था. बीच में अजब सिंह ने सर्कस का कुछ सामान भी बेंचकर पैसा रख लिया. इसी बात से नाराज तीनों ने अजब सिंह को शराब पिलाने के बहाने बंद पड़े स्कूल में ले गए और ईंट से कुचल कर मार डाला. इसके बाद वहां रखी लकड़ियों में रखकर आग लगा दिया. उन्होंने अजब सिंह की जेब से सारा सामान निकाल लिया, जिसमें एक कंडोम का पैकेट भी था जिसे वो वहीं फेंककर फरार हो गए. लेकिन, यही कंडोम का पैकेट उनके पकड़े जाने का कारण बना. पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि पुलिस टीम के इस वर्कआउट को लेकर अधिकारियों ने भी प्रशंसा की है और इसे केस स्टडी के लिए पुलिस ट्रेनिग सेंटर मुरादाबाद भेजे जाने का फैसला लिया है.