बेसिक शिक्षा में पिछड़े इन 15 जिलों की ली जाएगी खबर, गोरखपुर और सिद्धार्थनगर से जांच शुरू
शिक्षा कार्य की नियमितता व गुणवत्ता की रिपोर्ट ली जाएगी और कंट्रोल रूम की सक्रियता परखी जाएगी. मुख्यमंत्री व बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर व सिद्धार्थनगर की जांच महानिदेशक खुद करेंगे.
पवन सिंह/लखनऊ: बेसिक शिक्षा में 15 जिलों की हालत बहुत खराब है. विभिन्न मानदंडों पर इन जिलों का काम संतोषजनक नहीं है, जिसके चलते महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने इन जिलों की जांच के आदेश दिए हैं.
मुख्यमंत्री व बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर व सिद्धार्थनगर की जांच महानिदेशक खुद करेंगे. जांच रिपोर्ट 30 सितंबर तक सौंपनी होगी. इसके साथ ही, जांच अधिकारी की जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारियों के साथ बैठक होगी. बीएसए हर महीने की जा रही समीक्षा की रिपोर्ट चेक करेंगे. शिक्षा कार्य की नियमितता व गुणवत्ता की रिपोर्ट ली जाएगी और कंट्रोल रूम की सक्रियता भी परखी जाएगी.
ऑपरेशन कायाकल्प के दौरान अंतरविभागीय कन्वर्जेंस की रिपोर्ट की समीक्षा करेंगे. इसके अलावा कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का निरीक्षण करेंगे. दो स्कूलों का स्थलीय निरीक्षण कर एमडीएम खाद्यान्न वितरण व कन्वर्जेंस कॉस्ट, यूनिफॉर्म और पाठ्यपुस्तक वितरण और ई-पाठशाला की भी समीक्षा और जां च होगी.
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जांच की जिम्मेदारी राज्य परियोजना कार्यालय के अधिकारियों व सलाहकारों को सौंपी गई है.
मथुरा और उन्नाव- रोहित त्रिपाठी, राजीव नयन और रवि
मुजफ्फरनगर- समीर कुमार, बलविंदर सिंह,
सुल्तानपुर और मिर्जापुर- कमलेश प्रियदर्शी, तरुणा सिंह, अमित राय
बलिया और कुशीनगर- माधव तिवारी, संजय शुक्ला, सविता सिंह
गाजीपुर- कमलाकर पांडे, जीवन सिंह ऐरी, नीलम सिंह, महोबा
आगरा- राजेंद्र प्रसाद, राजेश कुमार शाही, रंजीत सिंह
ललितपुर- उदय भान, नीलम, आरएन सिंह
कानपुर देहात व बहराइच- आनंद कुमार पांडे, शिखा शुक्ला और पीएम अंसारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है
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