देहरादून: कश्मीरी छात्रों के निष्कासन की मांग को लेकर देहरादून के एक कॉलेज के सामने प्रदर्शन करने के आरोप में 22 छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. देहरादून की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने कहा कि कश्मीरी छात्रों को निष्कासित करने की मांग को लेकर सोमवार को सहस्त्रधारा रोड स्थित उत्तरांचल कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के सामने नारेबाजी करने के आरोप में छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया.


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पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद से शहर में कश्मीरी छात्रों के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. यहां तक कि शहर के दो कॉलेजों के प्रबंधन ने प्रदर्शनों के मद्देनजर भविष्य में कश्मीरी छात्रों को दाखिला नहीं देने की बात भी कही है. हालांकि, दोनों में से एक अल्पाइन कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष अनिल सैनी ने बताया कि उन्हें ऐसी घोषणा करने को मजबूर किया गया है. हालांकि, उन्होंने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है.


वहीं, भीड़ के डर से कश्मीरी लड़कियों के घंटों अपने हॉस्टल में छुपे रहने की गलत सूचना के जरिए कथित अफवाह फैलाने पर कार्यकर्ता शहला राशिद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. कुकरेती ने बताया कि उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए 16 फरवरी को अपने ट्वीट के जरिये देहरादून में लोगों में अफरा-तफरी मचाने और अफवाह फैलाने की कोशिश की. इसलिये उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया. 


एफआईआर दर्ज होने के बाद राशिद ने ट्वीट कर रहा कि उत्तराखंड की पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है लेकिन अब तक बजरंग दल के संयोजक विकास वर्मा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई जो राष्ट्रीय समाचार पत्रों में भीड़ के हमलों की जिम्मेदारी लेते हुए कश्मीरियों को देहरादून छोड़ने का आदेश दे रहा है. राशिद ने कहा कि वह कह नहीं सकतीं उत्तराखंड में किसका शासन है. 


(इनपुट भाषा से)