नई दिल्ली: यूपी चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासित जीत में बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष केशव मौर्या का खासा योगदान है. मीडिया सूत्रों की मानें तो इन चुनावों में केशव मौर्या ने रणनीति बनाकर पूरे प्रदेश में बीजेपी के पक्ष में हवा बनाने में काफी मेहनत की है.


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अभी नतीजों के बाद सीएम पद के एलान की जारी रस्साकशी के बीच  बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की तबीयत खराब हो गई थी. उनको राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 


एक नज़र डालते हैं बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के सफरनामे पर- 


केशव प्रसाद मौर्य का जन्म 7 मई 1968 को सिराथू जनपद कौशाम्बी के एक साधारण किसान परिवार में हुआ


मौर्य ने अपने माता-पिता के साथ खेतों में काम किया


इसके साथ उन्होंने चाय की दुकान भी चलायी. मौर्य ने बचपन में कुछ समय तक अखबार बेचने का भी काम किया


गरीबी से जूझते हुए भी केशव प्रसाद हमेशा आगे बढ़ते रहे. आगे चलकर उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का दामन थामा 


संघ से जुड़ने के बाद मौर्य ने विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल और भाजपा के अनेक दायित्वों को निभाया


मौर्य ने श्रीराम जन्म भूमि और गोरक्षा व हिन्दू हित से जुड़े अनेक आन्दोलनों में भी सक्रिय भूमिका निभाई और इसके लिए जेल जाने से भी पीछे नहीं हटे


भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष होने के अतिरिक्त मौर्य काशी के क्षेत्रीय पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ और भाजपा किसान मोर्चा के संयोजक हैं   


मौर्य ने सिराथू विधानसभा से वर्ष 2012 एवं लोकसभा चुनाव 2014 लोकसभा चुनाव में फूलपुर क्षेत्र से आजादी के 60 साल बाद पहली बार कमल खिलाया


2014 आम चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य उत्तर प्रदेश की फूलपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर निर्वाचित हुए


फूलपुर से भाजपा उम्मीदवार के रूप में तीन लाख आठ हजार तीन सौ आठ (308308) वोटों से ऐतिहासिक जीत हासिल की थी