कानपुर: बिकरू गांव शूटआउट में शहीद हुए पुलिस अफसर देवेंद्र मिश्र की एक चिट्ठी और कथित ऑडियो क्लिप वायरल होने से हड़कंप मचा हुआ है. शहीद पुलिस अफसर देवेंद्र मिश्र की जो चिट्ठी वायरल हुई है, उसे उन्होंने तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नाम लिखा था.


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इस चिट्ठी के वायरल होने के बाद कानपुर जोन IG मोहित अग्रवाल ने जांच बिठाई. लेकिन, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक निलंबित थानाध्यक्ष की कार्यशैली को लेकर लिखी गई शहीद देवेंद्र मिश्र की वह शिकायती चिट्ठी SSP दफ्तर से गायब हो गई है.


आईजी मोहित अग्रवाल ने SSP दफ्तर से फाइल मंगाकर उस चिट्ठी की जांच का आदेश दिया था, और साथ ही लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही थी. लेकिन जांच से पहले ही चिट्ठी एसएसपी दफ्तर से गायब होने की बात सामने आ रही है. सूत्र ये भी बता रहे हैं कि वर्तमान में डीआईजी STF अनंत देव तिवारी की भूमिका की भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं.


सूत्रों की मानें तो डीआईजी STF अनंत तिवारी की भूमिका की जांच एडीजी कानपुर जोन को सौंपी गई है. आपको बता दें कि शहीद देवेंद्र मिश्र ने निलंबित चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी के खिलाफ जब यह शिकायती चिट्ठी लिखी थी उस समय अनंत देव ही एसएसपी थे. विकास दुबे से विनय तिवारी की सांठगांठ होने के संबंध में शिकायत के बावजूद तत्कालीन एसएसपी अनंत देव की ओर से कोई एक्शन नहीं लिए जाने के कारण उनकी भूमिका भी सवालों के घेरे में है. शहीद पुलिस अफसर देवेंद्र मिश्र ने चिट्ठी लिखने के साथ ही तत्कालीन SSP अनंत देव से फोन पर भी तबके चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी की शिकायत की थी. उसी फोन कॉल का कथित ऑडियो क्लिप भी वायरल हो रहा है.