आगरा: आगरा में ड्रग विभाग की छापेमारी में एक बड़ा खुलसा हुआ है . यहां जिस प्रतिबंधित दवाओं को पकड़ा गया है वो देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रतिबंधित है. इन दवाओं का इस्तेमाल आतंकी अपनी ताकत बढ़ाने के लिए करते हैं.


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दवाई पर देश-दुनिया में लगा है प्रतिबंध
दरसअल, आगरा में तस्कर पंकज गुप्ता के ठिकाने सहित अन्य जगहों पर पकड़ी गई प्रतिबंधित नशीली दवाओं में ट्रामाडोल हैड्रोक्लोराइड नाम की दवा भी शामिल है. इस दवा का इस्तेमाल आतंकी अपनी शारीरिक ताकत बढ़ाने के लिए करते हैं. ड्रग इंस्पेक्टर नरेश मोहन दीपक ने बताया कि 2008 में इंटरपोल ने आतंकी संगठन बोको हराम की छापेमारी में ये दवाएं मिलीं थीं. इसके बाद इसे भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया मे बैन कर दिया गया था. ये दवाई सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही दी जाती है.


आतंकी संगठन भी करते हैं इस्तेमाल
ड्रग इंस्पेक्टर ने ये भी बताया कि आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठन के आतंकी हमले में इसका इस्तेमाल करते हैं. इस दवाई को खाने के बाद शरीर में दर्द खत्म हो जाता है. दवाई की क्षमता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गोली खाने के बाद आतंकी को दर्द का एहसास नहीं होता. साथ ही भागने की स्पीड बढ़ने के साथ पैरों में खिंचाव भी नहीं आता. इसको खाने के बाद शरीर की सक्रियता में कमी नहीं आती है. जबकि अन्य किसी भी तरह के नशे के बाद न तो शरीर मे ताकत बचती है और न ही दिमाग काम करता है. यही कारण है कि आतंकी इस दवा का ओवर डोज लेते है.


ड्रग माफिया पर एनएसए के तहत हो सकती है कार्रवाई
इतना ही नहीं ड्रग इंस्पेक्टर नरेश मोहन दीपक ने बताया कि कहीं इनकी सप्लाई किसी आतंकी संगठन को तो नही हो रही थी, इसकी भी जांच की जा रही है. अगर जांच में इसका जुड़ाव मिला तो ड्रग माफिया के खिलाफ एनएसए में भी कार्रवाई की जा सकती है.


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