Agra News/मनीष कुमार गुप्ता : यूपी के आगरा में एक मरीज की जिंदगी में अचानक भूचाल आ गया जब उसे कैंसर की फर्जी रिपोर्ट मिली. यह मामला तब उजागर हुआ जब मरीज ने खांसी की शिकायत पर जांच कराई. जांच के परिणामों में कैंसर होने की पुष्टि की गई और इलाज के लिए 8 से 10 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया.


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फर्जी रिपोर्ट से मरीज दहशत में
इस स्थिति ने मरीज को काफी मानसिक तनाव में डाल दिया. बाद में, मरीज ने दिल्ली के एक अस्पताल में पुनः जांच कराई, जहां कैंसर की पुष्टि नहीं हुई. इस बात से मरीज की चिंताएं और बढ़ गईं, और उसने संबंधित डॉक्टरों पर साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया.


आगरा के सीएमओ ने इस मामले की जांच करवाई, जिसके परिणामस्वरूप डॉ. अनिल अग्रवाल और डॉ. अर्पित अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.


इस पर पुलिस आयुक्त और सीएमओ से शिकायत की गई. 21 महीने बाद मामले में दो पैथोलॉजिस्ट के खिलाफ केस दर्ज किया हुआ. पीड़ित ने जांच कराने वाले तीन डाक्टरों पर भी साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है. किरावली के गांव कुकथला निवासी  पीड़ित राजकुमार ने  मैंने अपने स्वास्थ्य के साथ ऐसा खिलवाड़ करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला किया है. यह किसी भी मरीज के लिए एक गंभीर अपराध है. 


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