Mainpuri News: मैनपुरी में हिंसा पर उतारू ट्रक ड्राइवरों ने की पत्थरबाजी, पुलिस को करनी पड़ी फायरिंग
Mainpuri Truck Drivers Protest: मैनपुरी में आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर ट्रक-ड्राइवर्स के प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है. प्रदशर्नकारियों ने पुलिस बल पर जमकर पत्थरबाजी की है.
अतुल सक्सेना/मैनपुरी: केंद्र सरकार के हिट एंड रन कानून का देशभर के ट्रक और बस चालक विरोध कर रहे हैं. सभी चालक सड़क पर उतर गए हैं. मैनपुरी में इस विरोध का उग्र प्रदर्शन देखने को मिला. यहां करहल थाना क्षेत्र के बाईपास पर ट्रक ड्राइवर्स ने जमकर प्रदर्शन किया. सूचना होते ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची. करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने हालत पर काबू पाया.
पुलिस बल ने जब प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया तो वे और उग्र हो गए. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ही पथराव शुरू कर दिया. इसके साथ ही लखनऊ एक्सप्रेसवे पर भी पथराव किया गया, जिसकी वजह से आवागमन बाधित हो गया. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में लाठी चार्ज और फायरिंग की. एएसपी राहुल मिठास ने बताया कि करहल में आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर कुछ ट्रक ड्राइवर्स ने पत्थर फेंके, जिससे लोगों ने अपनी गाड़ियां रोक लीं और मौके पर पुलिस बल ने पहुंचकर मामले को कंट्रोल किया.
एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, केंद्रीय गृह सचिव मंगलवार शाम को ‘हिट एंड रन’ मामलों को लेकर नए कानून के खिलाफ हड़ताल पर गए ट्रक चालकों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे और इस मुद्दे के सौहार्दपूर्ण समाधान की उम्मीद है. सूत्रों ने बताया कि ट्रक चालकों के संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने अब तक भारतीय न्याय संहिता के तहत हिट-एंड-रन दुर्घटना मामलों के लिए नए कड़े प्रावधानों को वापस लेने की मांग के समर्थन में देशव्यापी हड़ताल का आह्वान नहीं किया है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया, ‘‘देश में एआईएमटीसी द्वारा आहूत कोई राष्ट्रव्यापी हड़ताल नहीं है और सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल किया जाएगा. वे आज शाम को गृह सचिव (अजय भल्ला) से मुलाकात करेंगे.’’ एआईएमटीसी के पदाधिकारी चाहते हैं कि सरकार इन प्रावधानों को वापस ले और दावा किया कि ये प्रावधान ‘कड़े’ हैं और इससे चालकों को कठिनाई होगी. एआईएमटीसी देश भर में ट्रक चालकों का एक प्रमुख संगठन है. एआईएमटीसी के अध्यक्ष अमृतलाल मदान ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार को भारतीय न्याय संहिता में हिट एंड रन मामलों से संबंधित प्रावधानों को वापस लेना चाहिए.