Airforce Fighter Jet Crash In Agra: उत्तर प्रदेश के आगरा में सेना का विमान सोमवार दोपहर को क्रैश हो गया. जिसके बाद चारों तरफ भगदड़ मच गई. यह विमान एयरफोर्स के आगरा एयरबेस से उड़ान भरने के कुछ देर बात ही कागारौल इलाके के गांव सोनिगा गांव के पास खाली खेतों में गिर गया. हालांकि वायुसेना का फाइटर जेट जमीन पर गिरने के पहले दोनों पायलट लड़ाकू विमान से इजेक्ट होकर बाहर निकल गए. तेज रफ्तार से फाइटर जेट के जमीन पर गिरते ही उसमें धमाके के साथ आग लग गई.


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दोनों पायलट सुरक्षित
बताया जा रहा है कि दोनों पायलट दुर्घटनास्थल से दो किलोमीटर दूर सुरक्षित जाकर उतर गए. फिलहाल यह वायुसेना का कौन सा लड़ाकू विमान था. वो क्या किसी प्रशिक्षण उड़ान पर था या फिर किसी मिशन के तहत किसी दूसरे वायुसेना के ठिकाने पर जा रहा था, इसका अभी कुछ पता नहीं चला है. एयरफोर्स के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और घटना की जांच शुरू कर दी है. फाइटर जेट का ब्लैक बॉक्स भी वहीं नजदीक पड़ा मिला है.


विमान हादसे की जांच के आदेश
एएनआई ने सैन्य सूत्रों के हवाले से कहा है कि वायुसेना का मिग 29 विमान पंजाब के आदमपुर एयरबेस से उड़ान पर था, लेकिन वो अभ्यास के दौरान आगरा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. लेकिन पायलटों ने सूझबूझ से समय रहते पैराशूट खोलकर अपनी जान बचा ली. सेना ने विमान हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं.


वायुसेना का है एयरबेस
आगरा वायुसेना का बड़ा एयरबेस है. इसे खेरिया हवाई अड्डे के तौर पर भी जाना जाता है. यह 77 साल पुराना है. इस एयरबेस को अंग्रेजों ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान रॉयल एयरफोर्स स्टेशन के तौर पर खोला था. युद्ध के बाद इसे बंद कर दिया गया था. हालांकि 15 अगस्त 1947 को आजादी के साथ ही इसकी दोबारा नींव रखी गई. 1971 के बांग्लादेश युद्ध के दौरान इसे सेंट्रल एयर कमांड के तौर पर जिम्मेदारी दी गई. यहां सुखोई 30 समेत कई लड़ाकू विमान उड़ान भरते रहते हैं.