premanand maharaj on Hatrhras Stampede: प्रेमानंद महाराज ने हाथरस के सत्संग समारोह के भगदड़ में 121 लोगों के मारे जाने के बाद बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने मथुरा में अपनी रात्रिकालीन पदयात्रा बंद कर दी है. इस यात्रा में बाबा के दर्शन के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ती है. इससे पहले बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी अपने जन्मदिन पर किसी भी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम से दूरी बनाई. उन्होंने अनुयायियों से बागेश्वर धाम न आने को कहा. 


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प्रेमानंद महाराज के हित राधा केली कुंज परिकर की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि हाथरस में हुई भगदड़ की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. इस हादसे को लेकर हमारी संवेदनाएं शोक संतृप्त परिवारों के साथ हैं. भविष्य में ऐसी किसी भी तरह की घटना न घटे, ठाकुर जी से हम यही प्रार्थना करते हैं. 


ऐसे हादसे को देखते हुए पूज्य महाराज जी, जो रात में 2.15 बजे पदयात्रा करते हुए श्री हित राधा केलि कुंज जाते थे और रास्ते में सभी दर्शन पाते थे. उस कार्यक्रम को अनिश्चितकाल काल के लिए बंद कर दिया गया है. कोई भी श्रद्धालु दर्शन के लिए कहीं भी रास्ते में इकट्ठा न हो. रास्ते में किसी तरह की भीड़ न लगाएं.


गौरतलब है कि हाथरस में सोमवार को हुए नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग समारोह में भगदड़ के बाद 121 लोग मारे गए थे. इस भगदड़ के लिए बाबा के सेवादारों और ब्लैक कमांडों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जिन्होंने अचानक भीड़ को पीछे की ओर धकेला. इसके बाद लोग एक के ऊपर एक कुचलते चले गए. कार्यक्रम के लिए 80 हजार की भीड़ की अनुमति थी, लेकिन वहां दो लाख से ज्यादा लोग मौजूद थे. इनमें से बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे थे. यूपी सरकार ने इस मामले में न्यायिक जांच आयोग का गठन करने के साथ ही ऐसे धार्मिक आयोजनों के लिए गाइडलाइन बनाने का फैसला किया है. फिलहाल यूपी पुलिस अपने स्तर पर भी जांच कर रही है.


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