मनीष गुप्ता/Agra News: आगरा में ताजमहल परिसर के बाहर पर्यटक बंदरों से परेशान रहते हैं. पूर्वी और पश्चिमी गेटों के बाहर बंदर पर्यटकों से खाने की चीजें छीन लेते हैं. यहां तक की बंदर पर्यटकों को नुकसान भी पहुंचाते उनको काटते हैं. अब जल्दी ही बंदरों के आतंक से मुक्ति मिलने वाली है. बंदरों के आतंक से निजात पाने के लिए मंकी मशीन मंगाई जा रही है.  जिसकी अल्ट्रासोनिक तरंगे बंदरों को भागने पर मजबूर कर देगी. 


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15 अल्ट्रासोनिक मंकी रिपेलर मशीन-एसीपी ताज
एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद के मुताबिक, पर्यटकों की सुरक्षा और बंदरों से बचाव के लिए ताज सुरक्षा पुलिस ने 15 अल्ट्रासोनिक मंकी रिपेलर मशीन ऑर्डर की हैं जिनकी कीमत लगभग 5 लाख रुपए है. 


15 ऐसे पॉइंट चिन्हित
15 ऐसे पॉइंट चिन्हित किए गए हैं, जहां पर बंदरों के आतंक सबसे ज्यादा है. उन पॉइंट पर इस मशीन को लगाया जाएगा जिससे बंदर भागेंगे और पर्यटकों पर भी हमला नहीं करेंगे. ये मशीन अल्ट्रासोनिक तरंगे फेंकती हैं जिसे बंदर सहन नहीं कर पाते हैं और वहां से भाग जाते हैं. ताज सुरक्षा पुलिस की इस अनूठे प्रयास से उम्मीद जताई जा रही है कि बंदरों के आतंक से पर्यटकों को निजात मिल जाएगी.


कैसे काम करेगी मशीन ?
फिलहाल अल्ट्रासोनिक मंकी रिपेलर मशीन को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया जाएगा. इस मशीन की रेंज लगभग 350 वर्ग मीटर इलाके में रहेगी. इस मशीन से निकलने वाली ध्वनि तरंगों से बंदर डर जाएंगे और भाग जाएंगे. खास बात है कि इसकी ध्वनि केवल बंदरों को सुनाई देगी, पर्यटकों को नहीं. इस मशीन की ध्वनि बंदरों के कानों पर असर करती है. जिस स्थान पर ये मशीन लगी होगी. उस रेंज में बंदर नहीं आते हैं. सबसे पहले 2015 में अल्ट्रासोनिक मंकी रिपेलर मशीन का इस्तेमाल शिमला नगर निगम ने किया था जो सफल रहा है.


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