Noida News: सड़क पर आवारा कुत्तों की क्या हालत होती है, हम सब जानते हैं, लेकिन अगर वही कुत्ता नोएडा की सड़क से सीधे कनाडा में किसी रईसजादे की गोद में पहुंच जाए तो इसे आप क्या कहेंगे. ये कहानी जयपुर से शुरू होती है, जहां सड़क पर घायल अवस्था में एक कुत्ता (स्नो) अमेरिकी पर्यटक को मिला. अमेरिकी पर्यटक ने ग्रेटर नोएडा की एक आईटी कंपनी में एचआर पद पर कार्यरत और पशु कल्याण के लिए काम करने वाली रुप्सा मुखर्जी से मदद मांगी. वो उस कुत्ते को नोएडा ले आईं, उसकी इलाज कराया. सोशल मीडिया पर भी इस कुत्ते की मदद के लिए कंपेन चला तो कनाडा के एक शख्स रे रैकेट को इसका पता चला और उसने स्नो को गोद लेकर कनाडा लाने की ख्वाहिश जता दी. फिर सारी कागजी कार्यवाही पूरी कर 12 लाख रुपये उसने खर्च किए और स्नो कनाडा पहुंच गया.


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क्या है पूरी कहानी ?
यह कहानी फरवरी में शुरू हुई, जब जयपुर में एक अमेरिकी पर्यटक यूमी को 20 दिन का एक छोटा कुत्ता घायल हालत में कचरे के ढेर के पास मिला. उस कुत्ते को देखकर उनका दिल पसीज गया, और उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से नोएडा की रुप्सा मुखर्जी से संपर्क किया. रुप्सा एक आईटी कंपनी में एचआर हैं और सड़कों पर घूमने वाले कुत्तों को बचाने और उन्हें गोद दिलाने का काम करती हैं.


रुप्सा ने तुरंत स्नो को जयपुर से दिल्ली लाने का इंतजाम किया और वहां उसका इलाज कराया. इस दौरान स्नो की तस्वीरें और कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.  इसी बीच, कनाडा के एक व्यक्ति रे राकेट ने सोशल मीडिया पर स्नो की तस्वीरें देखीं और उसे गोद लेने की इच्छा जताई. इस प्रक्रिया को पूरा करने में काफी समय और पैसे लगे, लेकिन रे राकेट ने 12 लाख रुपये खर्च कर स्नो को अपने साथ कनाडा ले जाने का इंतजाम कर लिया. वह अब तक 200 से अधिक सड़क पर घूमने वाले कुत्तों को बचाकर उन्हें गोद दिलाई हैं.


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