अलीगढ़: हैंडपम्पों पर लगे कुवैती झंडे और अरबी भाषा की पट्टियों के मामले में दो लोगों पर FIR दर्ज
हैंडपंपों के पास लगे शिलालेखों पर भारतीय ध्वज के साथ कुवैती ध्वज भी लगाया है. भारतीय ध्वज में 24 तीलियों के स्थान पर केवल 8 तीलियां ही दिख रही हैं.
अलीगढ़: अलीगढ़ के अकराबाद थाना क्षेत्र में हैंडपम्पों के साथ लगे कुवैती झंडे और अरबी भाषा में लिखी पट्टिकाओं का मामला अब तूल पकड़ रहा है. छर्रा विधायक ठाकुर रविन्द्रपाल सिंह ग्रामीणों के साथ अकराबाद थाना पहुंचकर शमशेर व बारिक अली नाम के व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. विधायक का मानना है कि इसके पीछे विदेशी मुल्कों की साजिश है. अवैध रूप से हैंडपम्प लगाकर जनता को गुमराह करने के मामले में राष्ट्र गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा 2 (राष्ट्रीय झंडे का अपमान) व आईपीसी की धारा 269 (जानलेवा बीमारी के संक्रमण) के तहत शमशेर व बारिक अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है.
प्रशासन की अनुमति के बगैर लगे हैं हैंडपम्प
बीजेपी विधायक रविंद्र पाल सिंह ने बताया कि दुभिया और खुर्रमपुर में हैंडपंप शमशेर उर्फ भोलू व बारिक अली ने लगवाए हैं. उन्होंने कहा कि इसके पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतों की साजिश है. इन्होंने शासन और प्रशासन की अनुमति के बगैर विदेशी झंडे के साथ हैंडपम्प लगवाए. इस देश विरोधी साजिश को लेकर क्षेत्रीय जनता में आक्रोश है. इन हैंडपंपों के पास एक शिलालेख लगाए गए हैं जिन पर अरबी भाषा में कुछ लिखा हुआ है. इन शिलालेखों पर भारतीय ध्वज के साथ कुवैती ध्वज भी लगाया है. भारतीय ध्वज में 24 तीलियों के स्थान पर केवल 8 तीलियां ही दिख रही हैं.
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बीजेपी विधायक ने मामले को राष्ट्रद्रोह बताया
भाजपा विधायक रविंद्र पाल सिंह ने इसे सोची समझी साजिश और राष्ट्रद्रोह मानते है. उन्होंने बताया कि हैंडपंपों के चबूतरे का डिजाइन भी कब्रनुमा है. जो एक विशेष समुदाय के असामाजिक तत्वों की सोची समझी साजिश है. विधायक ने यह भी कहा कि हैंडपंप 60 फीट की गहराई पर लगाए गए हैं, जिससे गंदा पानी पीकर इलाके के लोग बीमार हो रहे हैं. यह उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की छवि खराब करने की साजिश है. उन्होंने कहा कि मानसून के अलावा ये इन हैंडपंपों से पानी नहीं निकलेगा, क्योंकि इस क्षेत्र का वाटर लेवल काफी नीचे है.
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