अलीगढ़ : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में बुधवार को देर रात बड़ी घटना हो गई जिसमें गोकशों को पकड़ने के लिए दबिश देने पहुंची पुलिस टीम के दारोगा मजहर हसन की पिस्टल फंस गई. इस दौरान दूसरे दारोगा राजीव कुमार ने पिस्टल को अनलॉक करने का प्रयास किया था और तभी अचानक गोली चल गई. 


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ये गोली राजीव कुमार के पेट में लगते हुए एसओजी के सिपाही मैनपुरी के कुरावली कस्बा के याकूब को जा लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. तो वहीं राजीव कुमार घायल हो गए. उन्हे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. 


जानकारी के मुताबिक सिपाही याकूब शादीशुदा हैं. उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे है. वे मूलरूप से मैनपुरी के कुरावली जिले के रहने वाले थे लेकिन फिलहाल वे अभी अलीगढ़ के जमालपुर हमदर्द नगर में रह रहे थे. 


गोकशों को दबिश देने की तैयारी
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 9 तारीख की रात को थाना गभाना में गोकशी की घटना हुई थी. उसी के लिए पुलिस लगातार आरोपितों की लगातार तलाश करने में लगी हुई थी. सूत्रों से सूचना मिली थी कि गोकश एक घटना को अंजाम देने वाले है. तो इसी के लिए एक ज्वाइंट टीम का गठन किया गया था जिसमें थाना गांधीपार्क, थाना गभाना और एसओजी की ज्वाइंट टीम तैयार करके दबिश देने की पूरी तैयारी की गई थी. 


देर रात टीमे दबिश देने के लिए निकल कर अपनी पिस्टल लोड की थी लेकिन तभी एक दारोगा की पिस्टल फंस गई. कई बार कोशिश करने के बाद भी वह ठीक नहीं कर पा रहे थे.


पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि
जिसके बाद दारोगा राजीव ने वह पिस्टल उनसे ली और अनलॉक करने की कोशिश करने लगे तभी गोली चल गई. एक गोली दारोगा के पेट में लग गई और दूसरी गोली एसओजी के सिपाही के सिर पर लग गई. उन्हे आन्न-फान्न में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया. मृतक याकूब खान को अलीगढ़ पुलिस लाइन में ही श्रद्धांजलि दी गई है. 


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