हाथरस हादसे के पीछे बाबा की `रंगोली`, सत्संग में आए सैकड़ों लोगों को मौत के मुंह में खींच ले गई
Hathras Incident : खुफिया जांच में भगदड़ होने के पीछे की वजह भी सामने आई है. फरार भोले बाबा की गिरफ्तारी के लिए टीमें दबिश दे रही हैं.
विशाल सिंह/Hathras Incident : हाथरस में हुई सैकड़ों मौतों के बाद अब घटना के पीछे की वजह सामने आने लगी है. इस बीच खुफिया जांच में कई अहम खुलासे हुए हैं. खुफिया जांच में भगदड़ होने के पीछे की वजह भी सामने आई है. स्थानीय पुलिस की खुफिया यूनिट को मिली जानकारी के मुताबिक, सूरज पाल उर्फ नारायण साकार हरि की रंगोली के बुरादे को लेने के चक्कर में इतनी मौतें हो गईं.
...तो भगदड़ के पीछे ये हो सकती है वजह
खुफिया जांच में पता चला है कि सत्संग स्थल पर रंगोली बनाई गई थी, इस रंगोली से चलकर नारायण साकार हरि को निकलना था. पंडाल से निकलने के बाद भक्तों का हुजूम उस रंगोली को बाबा का आशीर्वाद मानकर दंडवत प्रणाम कर रंगोली के बुरादे को अपने साथ ले जाता है. बताया गया कि जैसे ही बाबा रंगोली से होकर गुजरा, भक्त रंगोली की ओर दौड़े. इस बीच भीड़ इतनी अधिक थी कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला.
ऐसे होती गईं एक के बाद एक मौतें
भगदड़ में एक के बाद एक मौत के मुंह में समाते गए. बताया गया कि करीब सवा दो टन बुरादे से रंगोली तैयार की गई थी. खास बात है कि इतनी भीड़ एकत्रित होने की जानकारी होने के बाद भी आयोजकों ने स्थानीय पुलिस को कोई सूचना नहीं दी. बताया गया कि हर सत्संग में नारायण साकार उर्फ भोले बाबा के रास्ते में तकरीबन 200 मीटर की रंगोली बनाई जाती है. हाथरस में भी 200 मीटर की रंगोली बनाई गई थी. उसे रंगोली से होकर बाबा को गुजरना था.
रंगोली को घर ले जाते हैं भक्त
नारायण साकार के भक्तों में मान्यता है कि जब वह इस रंगोली से चलकर निकल जाते हैं तो यह रंगोली बेहद पुण्य हो जाती है. इस रंगोली के बुरादे को लोग दंडवत कर प्रणाम करते हैं. साथ ही बुरादे का थोड़ा हिस्सा अपने घर ले जाते हैं. भोले बाबा के प्रति लोगों की मान्यता है कि इस बुरादे से घर में बीमारियां भी दूर होती हैं और भूत प्रेत का डर नहीं सताता है. यूपी पुलिस ने बाबा के मैनपुरी, ग्वालियर, हाथरस और कानपुर समेत 8 ठिकानों पर दबिश दे रही है.
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