अलीगढ़: नारायण साकार विश्व हरि के वकील एपी सिंह अलीगढ़ में शनिवार को आए. उन्होंने यहां जिला कारागार में बंद हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के मुख्य आयोजकों से मुलाकात की. दरइसल, हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के दौरान हुए हादसा हुआ जिसमें 121 लोग मारे गए. मुलाकात करने के बाद नारायण साकार विश्व हरि के वकील एपी सिंह ने कई बातें कहीं.


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जब भगदड़ मची
एपी सिंह ने बातचीत के दौरान कहा कि यहां जिला कारागार में वह बंद सत्संग के आयोजकों से मिले हैं. उन्हें हादसे के बारे में उन्होंने जानकारी दी है और कहा है कि लगभग 10 से 12 लोग सत्संग में आए थे, उनके द्वारा यहां जहरीला स्प्रे किया गया. जब भगदड़ मची तो वह अपनी-अपनी काले व सफेद रंग की स्कार्पियो भाग गए. 


पांडाल के पीछे कार्पेट 
वकील एपी सिंह ने इस दौरान राज्यपाल द्वारा दिए गए अंधविश्वास फैलाने के बयान पर कहा कि राज्यपाल का वह सम्मान करते हैं. अंधविश्वास में नहीं जाना चाहिए. न तो पाखंड में जाना चाहिए. बीमारी का इलाज अस्पताल में होता है, वहीं कराना चाहिए. लेकिन इस घटना में साजिश हुई, षड़यंत्र हुआ. नारायण साकार विश्व हरि के यहां पैर छूने का भी प्रावधान नहीं है. चरण रज की बात करें, तो पांडाल के पीछे कार्पेट बिछी रहती है. बाबा के चक्र चलाने पर उन्होंने कहा कि बचपन में वह भी चक्र चलाते थे. लेकिन पाखंड में नहीं जाना चाहिए, अंधविश्वास में नहीं जाना चाहिए.


प्रदेश सरकार को अस्थिर करने का शक
वकील ने जेल में निरुद्ध आयोजक देव प्रकाश मलिक समेत अन्य सेवादारों से शनिवार की शाम मुलाकात की. सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता ने घटना को पूरी तरह से साजिश करार दिया. साजिश के पीछे उन्होंने सनातन धर्म व बाबा साकार हरि को बदनाम करने व प्रदेश सरकार को अस्थिर करने का शक है.


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