hathras stempede update : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को हाथरस हादसे में घायल लोगों से मुलाकात की और भगदड़ की वजहों को जाना. सीएम योगी ने मरीजों औऱ तीमारदारों से मुलाकात के बाद प्रेस वार्ता भी की. उन्होंने हाथरस सत्संग समारोह में भगदड़ की घटना की न्यायिक जांच के लिए हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय आयोग गठित किया गया है. इसकी अध्यक्षता जस्टिस ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे. उनके अलावा अन्य दो सदस्यों में रिटायर्ड IAS हेमंत राव और रिटायर्ड IPS भावेश कुमार सिंह शामिल हैं. 


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सीएम योगी ने साफ तौर पर कहा कि घटना के बाद सेवादारों ने इसे छिपाने की कोशिश की. समय रहते लोगों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने का प्रयास नहीं किया और मौका पाकर वहां से भाग निकले.


121 श्रद्धालुओं ने गवाई जान
इस हादसे मे 121 श्रद्धालुओं की मौत हुई जो उत्तर प्रदेश के साथ हरियाणा राजस्थान मध्यप्रदेश से भी जुड़े थे. यूपी में हाथरस,बदायूं कासगंज,अलीगढ़, एटा,ललितपुर, शाहजहांपुर,फिरोजाबाद, मथुरा, औरैया,पीलीभीत, सोनभद्र सहित 16 जिलों से लोग बाबा का सत्संग सुनने आए थे. जिसके बाद आज यानी बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिले का दौरा करने पहुंचे. घायलों से मुलाकात के बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस की..


क्या कहा सीएम योगी ने
मैंने जब घायलों से बात की तो उन्होने कहा कि हादसा कार्यक्रम के बाद हुआ. सत्संग में जो लोग कथा सुनने आये थे उनकी कथा खत्म होने के बाद महिलाओं का एक गुठ उनके पैर छूने के लिए आगे बढ़े जिसके बाद सेवादारों से धक्का मुक्की हुई और ये हादसा हो गया. इस तरह के कार्यक्रम में जो सेवादार होते है वो प्रशासन को कार्यक्रम में घुसने नहीं देते. जब ये हादसा हुआ तो अस्पताल ले जाने के दौरान सारे सेवादार वहां से भाग गए. सीएम योगी ने कहा कि हमने एडीजी के निर्देशन में जांच कमेटी गठित की है. आयोजकों से जांच में पूछताछ होगी और लापरवाही पर जवाबदेही तय की जाएंगी. 


अपनी प्रेस कांफ्रेंस में उन्होने कहा कि हम इसका खंडन नही करते कि इस तरह के हादसा नहीं हो सकते, हम इसका भी पता लगाएंगे कि इस घटना के पीछे आखिरकार किसकी साज़िश है ??


इसलिए हम इसकी एक ज्यूडिशियल इंक्वायरी करवाएंगे जिसमे हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज व प्रशासनिक रिटायर्ड अधिकारी शामिल होंगे. इसके बाद उनके सुझाव को हम आगे लागू करेंगे जिससे भविष्य में ऐसी घटना न हो. साथ ही उन्होने कहा कि दोषियों को सजा मिलेंगी और ज्यूडिशियल इंक्वायरी के बारे में आज ही नोटिफिकेशन जारी हो जाएंगा.


राजनीति करने वाले पर साधा निशाना
कुछ लोगों की प्रवित्ति होती है कि इस तरह की दुखद घटना पर राजनीति करने से बाज़ नही आते. जो लोग निर्दोष लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करते है उनकी जवाबदेही तय होगी. जब लोग धर्म श्रद्धा के साथ आते है तो उस आयोजन में अनुशासन होता है, लेकिन जब ऐसे कार्यक्रमों में कुछ साजिश होती है तो इस तरह की घटना होती है, सेवादारों ने प्रशासन का सहयोग नही लिया, सेवादारों ने लोगों को मरने दिया और खुद वहां से भाग गए.