Dev Prakash Madhukar : हाथरस सत्‍संग में भगदड़ के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर के खिलाफ योगी सरकार ने शिकंजा कसा है. मुख्‍य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को नौकरी से हटा दिया गया है. साथ ही उसके खिलाफ योगी की पुलिस ने गैर जमानती वारंट भी जारी किया है. पुलिस की टीमें देव प्रकाश की तलाश में यूपी समेत कई राज्‍यों में दबिश दे रही है. वहीं, देव प्रकाश मधुकर के वकील का दावा है कि वह अस्‍पताल में भर्ती है. 


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एटा में करता था नौकरी 
दरअलस, हाथरस सत्‍संग में भगदड़ का मुख्‍य आरोपी देव प्रकाश मधुकर एटा जिले के शीतलपुर ब्लॉक में तकनीकी सहायक के पद पर तैनात था. वह साल 2010 से अनुबंध (कॉन्ट्रैक्ट) पर 20 पंचायतों में मनरेगा कार्यों की देखरेख कर रहा था. शीतलपुर के ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर दिनेश शर्मा ने बताया कि एफआईआर में मधुकर का नाम मुख्य आरोपी के रूप में दर्ज है. हाथरस पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का ईनाम भी घोषित किया है. इसके बाद उसे पद से हटाने और उसकी संविदा (कॉन्ट्रैक्ट) समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई. 


गैर जमानती वारंट जारी 
घटना के बाद से फरार होने के कारण देव प्रकाश मधुकर के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया है. अलीगढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक शलभ माथुर ने बताया कि सत्संग के प्रभारी देव प्रकाश मधुकर (इंजीनियर) के नाम पर सत्संग के लिए अनुमति मांगी गई थी. वह एफआईआर में नामजद होने के बाद से फरार है. उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का ईनाम घोषित किया गया है और गैर जमानती वारंट जारी किया गया है. 


पत्‍नी पंचायत सहायक 
शलभ माथुर ने बताया कि पुलिस की टीमें उसकी तलाश कर रही हैं. मधुकर को शीतलपुर ब्लॉक में मनरेगा के तहत कराए गए विकास कार्यों के निरीक्षण के बाद बिल और वाउचर तैयार करने का काम सौंपा गया था. उनकी पत्नी पंचायत सहायक है और दोनों हाथरस के सिकंदराराऊ कस्बे में रहते हैं. जल्‍द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. 


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