इलाहाबाद: इलाहाबाद स्थित मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के विद्यार्थियों में रैगिंग को लेकर इस तरह का भय है कि वे कॉलेज प्रशासन के कई बार अपील जारी करने के बावजूद शिकायत करने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. शाम करीब चार बजे कक्षा खत्म होने के बाद कतार में उन्हें छात्रावास की ओर जाते देखा गया. ज्यादातर छात्रों के सिर मुंडवाए गए थे और जब उनमें से एक छात्र से इस बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि यह नए छात्रों के लिए यहां की परंपरा है. यह पूछने पर कि यह सब (रैगिंग) कब से चल रहा है, “एक अन्य छात्र ने बताया कि जब से कॉलेज खुला है.” हालांकि, ज्यादातर छात्रों ने बातचीत करने से परहेज किया और सभी छात्रावास की ओर कूच कर गए.


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मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा ने पीटीआई-भाषा को बताया, “हमने हर जगह नोटिस बोर्ड पर रैगिंग के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने का अनुरोध कर रखा है. हमारे तीनों विभागों- एनाटोमी, फिजियोलाजी और बायो-केमिस्ट्री के विभागाध्यक्षों ने अपनी व्यक्तिगत ईमेल आईडी दे रखी है और कहा है कि शिकायत करने वाले छात्र का नाम पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा.”


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हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी छात्र ने रैगिंग के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की है. “हमारे वार्डन छात्रों के साथ हॉस्टल तक जाते हैं जिससे किसी भी छात्र के साथ रैगिंग न हो. नवप्रवेशी सभी छात्र छात्राओं से हम स्पष्ट तौर पर कहना चाहेंगे कि कोई भी सीनियर उनका करियर या रिजल्ट खराब नहीं कर सकता है, इसलिए उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं है.” मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज में कुल पांच बैच है और प्रत्येक बैच में करीब 150-150 छात्र-छात्राएं हैं.


(इनपुट-भाषा)