महंत नरेंद्र गिरी के सामने बार-बालाओं का डांस, आनंद गिरी बोले- मंदिर के पैसों का हुआ इस्तेमाल
सोशल मीडिया पर दो वीडियो सामने आए हैं. एक वीडियो में बार-बालाएं थिरक रही हैं और उनके साथ लेटे हनुमान मंदिर मठ से जुड़े लोग डांस कर रहे हैं.
प्रयागराज: निरंजनी अखाड़े से निष्कासित योग गुरु स्वामी आनंद गिरी और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष के महंत नरेंद्र गिरी के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है. इसी बीच दो ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिसने इस मामले को और तूल दे दिया है. ये वीडियो प्रयागराज में एक शादी समारोह का है. इसमें एक तरफ स्टेज पर दूल्हा-दुल्हन पर नोटों की बारिश की जा रही है. वहीं, दूसरी तरफ बार बालाओं पर नोट उड़ाए जा रहे हैं. इस दौरान महंत नरेंद्र गिरी भी नजर आ रहे हैं.
क्या है दोनों वीडियो में ?
सोशल मीडिया पर दो वीडियो सामने आए हैं. एक वीडियो में बार-बालाएं थिरक रही हैं और उनके साथ लेटे हनुमान मंदिर मठ से जुड़े लोग डांस कर रहे हैं. इस दौरान बार-बालाओं पर नोटों की बारिश भी की जा रही है. चार मिनट नौ सैकेंड के इस वीडियो में मंच पर दूल्हा और दूल्हन की मौजूदगी में कई युवक बार बालाओं के साथ डांस करते नजर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि यह वीडियो मठ से जुड़े अभिषेक मिश्रा की शादी का है. वहीं, 29 सेकंड के दूसरे वीडियो में स्वस्ति वाचन मंत्र के बीच नोटों की बारिश हो रही है. इस वीडियो में महंत नरेंद्र गिरी दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दे रहे हैं. जानकारी के मुताबिक ये वीडियो 8 मई के हैं.
शादी का सारा खर्च हनुमानजी मंदिर के पैसों से हुआ-आनंद गिरी
इस वीडियो को लेकर योग गुरु आनंद गिरी ने दावा किया है कि यह वीडियो लेटे हनुमान मंदिर से जुड़े अभिषेक मिश्रा की शादी का है, जो 8 मई को झलवा के एक रिसॉर्ट में हुई थी. आनंद गिरी के मुताबिक इस शादी जितना भी पैसा खर्च हुआ है, वो हनुमानजी मंदिर का है. इस वीडियो में डांस करने वाले भी लड़के मठ के ही हैं. योग गुरु ने कहा कि मठ का पैसा ऐसे ही कामों में खर्च किया जा रहा है. यही सब कारण हैं जिसकी वजह से मैं आहत था.
नरेंद्र गिरी ने रखा अपना पक्ष
वहीं, इस पूरे मामले में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने भी अपना पक्ष रखा. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मैं शादी में जरूर गया था, लेकिन मैं बार-बालाओं के डांस में नहीं हूं. किसी भक्त की शादी में जाकर उसे आशीर्वाद देना कोई पाप नहीं है. बार-बालाओं के डांस से मेरा कोई लेना देना नहीं है. मैं जिस वक्त मंच पर आशीर्वाद देने गया, तब स्वस्ति वाचन हो रहा था. उस दौरान लड़की के माता-पिता भी न्यौछावर कर रहे थे. वहां नोटों की बारिश नहीं हो रही थी. इसके अलावा उन्होंने आनंद गिरी द्वारा मुख्यमंत्री, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को लिखे पत्र को लेकर कहा कि मैं किसी भी जांच का सामना करने को तैयार हूं. जांच में मैं पूरी तरह सहयोग करने को तैयार हूं. अच्छा है, जांच हो जाएगी तो सब साफ हो जाएगा.
आपको बता दें कि बीते दिनों आनंद गिरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा था. जिसमें उन्होंने अपने गुरु और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी के ऊपर अरबों रुपये की जमीनें बेचने सहित कई गंभीर आरोप लगाए थे. साथ ही कहा था कि गुरुजी के आचरण और महंगे शौक के चलते ही मठ और अखाड़ा बर्बादी की ओर अग्रसर हो गया है.
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