लोमस कुमार झा, लखनऊ: उत्तर प्रदेश कैडर की आईपीएस अपर्णा कुमार साउथ पोल फतह करने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं. अपर्णा के जज्बे ने ही उन्हें साउथ पोल तक पहुंचाया. अपर्णा कुमार 2002 बैच कि उत्तर प्रदेश कैडर की आईपीएस अफसर हैं. अपर्णा अभी डीआईजी आईटीब पी के तौर पर देहरादून में पोस्टेड हैं.


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उन्होंने अपनी साउथ पोल की जर्नी 30 दिसंबर को दिल्ली से शुरू की थी. 3 जनवरी को वह अपनी 9 सदस्य टीम के साथ साउथ पोल फतेह करने के लिए निकल पड़ीं जिसमें जापान, आईलैंड और यूके के लोग भी शामिल थे. 3 जनवरी को अपर्णा अंटार्टिका पहुंचीं और उसके बाद लगभग 20 से 25 किलोमीटर चलकर 111 माइल की दूरी साउथ पोल तक तय करनी थी जो अपर्णा ने 13 जनवरी को आईलैंड पहुंचकर पूरी की.


अपर्णा पहले भी माउंट किलिमंजारो (तंज़ानिया) से कारस्टेन्सज़ पिरामिड (इंडोनेशिया), माउंट अकोंकागुआ, माउंट इलब्रुस(रूस), विन्सन मैसिफ (अंटार्कटिका), माउंट एवरेस्ट नार्थ फेस और माउंट मनास्लू पर ट्रैकिंग कर चुकी हैं. हाल में उन्होंने  साउथ पोल पर भी फतेह किया. उनका अगला लक्ष्य नॉर्थ पोल है. अपर्णा का सफर कठिनाइयों से भरा था. कई बार कठिनाइयां सामने आईं,  बर्फीली हवाओं ने परेशान करने की कोशिश की, लेकिन मन में एक लक्ष्य था साउथ पॉल को फतह करना.



अपर्णा के साथ 9 लोगों कि टीम में थी, जिसमें से दो लोगों की तबीयत खराब हो गई. यह देख उनके मन में कुछ घबराहट भी हुई. 35 किलो का भार उस पर से बर्फीली हवाएं तापमान लगभग (- 45 C) बस मन में एक बात अपने लक्ष्य को पूरा करना है. कई बार हिम्मत हारी लेकिन घर से जो सोच के अपर्णा निकली उसे बिना पूरा किए कैसे वापस लौटतीं. बर्फीली हवाएं जोकि आदमी को एक सेकेंड के अंदर जमा दें, लेकिन यह पुलिस की ट्रेनिंग ही थी जो हिम्मत हारने नहीं देती थी.


अपर्णा ने बताया कि बस दिल में एक जज्बा होना चाहिए और सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं. इसके साथ मंजिल करीब आने लगती है.