UP News: उत्तर प्रदेश के गोंडा में अधिक उमस और गर्मी के चलते आम जनों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. ऐसा ही नजारा हमें जिले के सरकारी स्कूलों में देखने को मिला है. जहां कई परिषदीय विद्यालयों में शनिवार को गर्मी के चलते आठ बच्चों की हालत बिगड़ गई. बच्चों की हालत खराब होते देख स्कूल प्रशासन में खलबली मच गई. स्कूल प्रशासन ने आनन-फानन में सभी बच्चों को अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां सबकी हालत स्थिर होने पर घर भेज दि.ा गया. 


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कंपोजिट विद्यालय लखाही का है मामला
यह पूरा मामला गोंडा के लखाही का है. जहां के कंपोजिट विद्यालय में बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. तभी अचानक अधिक गर्मी होने की वजह से बच्चों की तबीयर खराब होने लगी. गर्मी बढ़ने के साथ ही कुछ बच्चे बेहोश हो गए. बच्चों के बेहोश होते ही वहां मौजूद शिक्षक ने पूरी जानकारी सूचना विभाग को दी. इसके बाद सभी बच्चों को चिकित्सा सुविधा के लिए अस्पताल ले जाया गया. 


बिजली का न होना बताया जा रहा है कारण
सरकारी विद्यालयों में बेहोश हुए बच्चों का कारण स्कूल में बिजला का ना होना बताया जा रहा है. बिजली न होने के कारण स्कूल में लगे पंखे चल नहीं रहे थे. इस कारण कक्षा में गर्मी अत्यधिक बढ़ गई. इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश  प्राथमिक शिक्षक संघ के गोंडा के जिलाध्यक्ष ज्ञान सागर पाठक व संयुक्त मंत्री शिव कुमार सोनी ने बीएसए को ज्ञापन सौंपकर स्कूल का समय बदलने की मांग है. 


ग्रेटर नोएडा में पढ़ाई के बजाए छात्राएं कर रही हैं काम
वहीं ग्रेटर नोएडा के जेवर में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में पढ़ाई करने आई छात्राओं से घर का काम करवाया जा रहा है. यही नहीं काम करने के बाद छात्राएं मैजम के पैर दबाने के लिए भी मजबूर हैं. ऐसा न करने पर स्कूल से निकालने की धमकी देते हुए शिक्षिका द्वारा गाली गलौज भी झेलनी पड़ती हैं. मामले की सूचना मिलने पर उप-जिलाधिकारी ने बीईओ जेवर को जांच करने के साथ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. 


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