Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या। राम मंदिर अयोध्या में रामलला और उनके पूरे परिवार के लिए रेशमी पोशाक तैयार की गई है. तीन सौ दिव्यांगों ने ये पोशाक तैयार की गई है. भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग वाले पवित्र शहर नाशिक से करीब 1500 किलोमीटर दूर ये वस्त्र लाए गए हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

महाराष्ट्र के नासिक के येवला में इन्हें तैयार किया गया है. कापसे फाउंडेशन ने शुद्ध रेशम की पैठणी (वस्त्र) रामलला, मां सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और राम भक्त हनुमान के लिए लाए गए हैं. गोमूत्र, गोघृत, उपले, गोबर के दीप और अन्य पूजा सामग्री भी लाई गई है. श्रीराम तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने इस उपहार को स्वीकार किया.


श्रद्धालुओं को अब अयोध्या जाने वाली बसों के लिए इंतजार नहीं करना होगा और न ही बसों को तलाशना होगा. यूपी रोडवेज बसों में अयोध्या में राम मंदिर वाले पोस्टर लगाने के निर्देश हैं. श्रद्धालुओं को इन बसों को पहचानने में किसी तरह की दिक्कत न हो.  परिवहन विभाग ने कहा है कि प्राण प्रतिष्ठा के लिए श्रद्धालुओं को हर वक्त अयोध्या की बसें मिलेंगी. इन बसों में राम मंदिर का पोस्टर लगाए जाने की कवायद चल रही है. 


बसों में साउंड बॉक्स
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के निर्देशों के बाद लखनऊ रीजन में 13 जनवरी तक सभी बस स्टेशनों पर हेल्प डेस्क बना ली गई थी. बसों में श्रीराम मंदिर वाली फोटो लगवाने का काम हो गया है. साउंड बॉक्स लगे हैं. लखनऊ आरएम ऑफिस में कंट्रोल रूम बन रहा है. इसका हेल्पलाइन नंबर 8726005808 है.


फूल माला और झालर से सजी बस
जीएम (टेक्निकल) अजीत सिंह का कहना है कि चालक परिचालक की काउंसलिंग हो रही है, ताकि वो यात्रियों के प्रति संयमित व्यवहार रखें.दुर्घटना के जोखिम स्थलों की जानकारी दी गई है. बसों में लाइट, फॉग लाइट, शीशे, फायर सेफ्टी उपकरण लगाए गए हैं. बस स्टेशन एवं बसों की पूरी साफ सफाई रहेगी. 26 जनवरी तक बस अड्डे एवम बसें फूल मालाओं और झालर से सजेंगी.