Ram Mandir News : अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रखा जाएगा कोदण्ड धनुष, जानिए क्यों है इसकी मान्यता
Ram Mandir News : रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तारीख नजदीक आ रही है. इसी कड़ी में बिहार की राजधानी पटना से कोदण्ड धनुष लाया जा रहा है, जो भव्य राम मंदिर में रखा जाएगा. आइए जानते हैं क्या है इससे जुड़ी मान्यता.
अयोध्या : राम की नगरी अयोध्या (Ayodhya) में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनकर तैयार है. 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. श्री राम जन्मभूमि पर बना रहे भव्य मंदिर में विराजमान होने वाले रामलला के लिए सोने का कोदंड भेंट किया जाएगा. प्रभु श्री राम के धनुष के सोने के इस स्वरूप को चेन्नई की कंपनी बना रही है. बिहार की राजधानी पटना (Patna) के प्रसिद्ध महावीर मंदिर ट्रस्ट की ओर से रामजी के धनुष कोदंड का स्वर्ण स्वरूप रामलला को समर्पित किया जाएगा. 10 जनवरी को यह धनुष बाण बनाकर अयोध्या पहुंच जाएगा.
चरण पादुकाएं भी अयोध्या पहुंच रही हैं
वहीं दूसरी ओर प्रभु श्रीराम की ये चरण पादुकाएं भी देशभर में घुमाई जा रही हैं. मर्यादापुरुषोत्तम राम की चरण पादुकाएं प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव से पहले 19 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगी. भगवान राम की ये चरण पादुकाएं एक किलो सोने और सात किलो चांदी से बनाई गई हैं. लोग श्रीराम चंद्र की चरण पादुकाओं के दर्शन कर रहे हैं.
कोदण्ड को लेकर मान्यता
मर्यादा पुरुषोत्तम राम को सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर भी माना जाता है. हालांकि उन्होंने धनुष और बाण का उपयोग बहुत मुश्किल में ही किया. कहा जाता है कि एक बार समुद्र पार करने का जब कोई मार्ग नहीं समझ में आया तो प्रभु श्रीराम ने समुद्र को अपने तीर से सुखाने की सोची और उन्होंने तरकश से अपना तीर निकाला ही था और प्रत्यंचा पर चढ़ाया ही था कि समुद्र के देवता वरुणदेव प्रकट हो गए और उनसे प्रार्थना करने लगे थे. बहुत आग्रह और निवेदन के बाद प्रभु श्रीराम ने अपना तीर तरकश में रख लिया. एक चौपाई में कहा भी गया है कि ''देखि राम रिपु दल चलि आवा, बिहिस कठिन कोदण्ड बढ़ावा. अर्थात दुश्मनों की सेना को निकट आते देखकर श्रीराम चंद्रजी ने हंसकर धनुष कोदंड को चढ़ाया.'' भगवान राम के धनुष का नाम कोदण्ड. कोदण्ड का अर्थ होता है बांस से बना हुआ. यह एक चमत्कारिक धनुष था, जिसे हर कोई धारण नहीं कर सकता था.
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पीएम करेंगे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
उल्लेखनीय है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए लगभग ढ़ाई हजार विशिष्ट व गणमान्य जनों को निमंत्रण भेजा गया है. वहीं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के आह्वान पर देशभर में लोग स्थानीय मंदिरों में प्रभुश्रीराम के दर्शन करेंगे.