शाही ट्रेन से अयोध्या, काशी-मथुरा की यात्रा का मौका, जानें लग्जरी ट्रेन की डेट किराया और पूरा रूट
Palace on Wheels: पैलेस ऑन व्हील्स दुनिया की सबसे लग्जरी ट्रेनों में से एक है. यह पहली बार धार्मिक यात्रा पर निकलेगी. अभी तक इस ट्रेन में नॉनवेज और शराब भी परोसी जा रही थी, लेकिन अब 42 साल बाद इसके मेन्यू में बदलाव किया जा रहा है.
Palace on Wheels: अगर आप भी धार्मिक यात्राओं पर निकलने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. दुनिया की सबसे लग्जरी ट्रेनों में से एक पैलेस ऑन व्हील्स अब धार्मिक यात्रा भी कराएगी. अयोध्या, काशी-मथुरा समेत अन्य धार्मिक स्थलों का भ्रमण कराने के लिए रूट मैप तैयार कर लिया गया है. खास बात यह है कि यह ट्रेन जिस भी रूट से गुजरेगी, वहां राम और कृष्ण की धुन सुनाई देगी. इस ट्रेन से केवल भारतीय यात्री ही सफर कर सकेंगे.
पहली बार धार्मिक यात्रा पर निकलेगी यह ट्रेन
पैलेस ऑन व्हील्स दुनिया की सबसे लग्जरी ट्रेनों में से एक है. यह पहली बार धार्मिक यात्रा पर निकलेगी. अभी तक इस ट्रेन में नॉनवेज और शराब भी परोसी जा रही थी, लेकिन अब 42 साल बाद इसके मेन्यू में बदलाव किया जा रहा है. बदलाव के मुताबिक, ट्रेन में शराब और नॉनवेज पर पूरी तरह से रोक रहेगी. इसके अलावा जो भी खाना तैयार किया जाएगा, उसमें लहसुन-प्याज की मनाही रहेगी. सिर्फ भारतीय यात्री ही इस ट्रेन से धार्मिक स्थलों पर जा सकेंगे.
रूट मैप किया जा रहा तैयार
पैलेस ऑन व्हील्स के डायरेक्टर के मुताबिक, 7 साल तक इस ट्रेन का संचालन निजी हाथों द्वारा किया जाएगा. गुजरात की क्यूब कंस्ट्रक्शन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को इसका जिम्मा दिया गया है. मई महीने तक धार्मिक स्थलों के लिए सफर पर निकलने से पहले रूट तैयार कर लिया जाएगा. 6 दिन की इस धार्मिक यात्रा की शुरुआत दिल्ली से होगी. पैलेस ऑन व्हील्स दिल्ली से लोग अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा समेत कई धार्मिक स्थलों की सैर कर सकेंगे.
प्राइवेट कंपनी को संचालन का जिम्मा
बता दें कि पहले इस ट्रेन का संचालन आरटीडीसी कर रहा था. आरटीडीसी 8 महीने तक इसका संचालनक करती थी. अब गुजरात की प्राइवेट कंपनी को इसके संचालन की जिम्मेदारी दी गई है. निजी कंपनी सालभर इसका संचालन करेगी. इसमें दो माह धार्मिक यात्रा होगी. धार्मिक यात्रा में लोकल टूरिस्ट ही होंगे. धार्मिक यात्रा के लिए विशेष छूट भी दी जाएगी.
एक दिन का कितना किराया?
धार्मिक यात्रा से पहले इस ट्रेन का लुक भी बदला गया. ट्रेन को नया लुक देने के लिए करीब सात करोड़ रुपये खर्च किया गया. इस ट्रेन में एक रात का सफर करने का किराया करीब 70 हजार रुपये से लेकर 90 हजार रुपये तक है. डीलक्स कोच की बात करें तो यह किराया 90 हजार रुपये से ज्यादा है. जबकि सुपर डीलक्स का किराया करीब दो लाख रुपये प्रतिदिन है. इस कोच में सफर करने पर किराये के रूप में करीब 13 लाख रुपये का भुगतान करना होगा.
ट्रेन में वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मौजूद
इस ट्रेन से करीब 46 यात्री ही सफर कर सकते हैं. इस ट्रेन को 26 जनवरी 1982 में शुरू किया गया था. इसमें फुल एसी और वर्ल्ड क्लास की सुविधाएं मौजूद रहेंगी. इस ट्रेन में एसी कोच को सैलून नाम दिया गया है. इसमें बैडरूम, लाउंज, पेंट्री, किचन, डाइनिंग कार, वॉल टू वॉल कार्पेटिंग और व्यक्तिगत सेवाओं से लेकर स्टॉक बार जैसी तमाम विश्व स्तरीय सुविधाएं मौजूद हैं.