Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हो गई है. 500 साल बाद रामलला अपने महल में विराजेंगे. रामभक्तों में इसको लेकर खुशी का माहौल है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर जानकारी साझा की. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा, "प्राण प्रतिष्ठा दोपहर 12:20 बजे प्रारंभ हुई और 1 बजे तक पूरी हो गई, इसके बाद प्रधानमंत्री, डॉ. मोहन भागवत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मनोभाव प्रकट किए."



16 जनवरी से पूजन-विधि होगी प्रारंभ
चंपत राय ने बताया कि, पूजन विधि कल यानी 16 जनवरी से प्रारंभ हो जाएगी. पूजन-विधि के सभी कार्य 21 जनवरी तक चलेंगे. 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के लिए न्यूनतम आवश्यक पूजा होगी. प्राण प्रतिष्ठा 12.20 बजे शुरू होगी. काशी के आचार्य गणेश्‍वर शास्‍त्री द्रव‍िड ने रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा के लिए शुभ मुहूर्त निकाला है जबकि पूजन विधि वाराणसी के लक्ष्मीकांत दीक्षित संपन्न कराएंगे. 


Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी को देश के हर मंदिर में सुनाई देगी घंटे-घड़ियाल की गूंज, कार्यक्रम से जुड़ेंगे देश भर के 60 करोड़ लोग


गर्भगृह में 18 जनवरी को खड़ी की गई प्रतिमा


जिस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होनी है वो पत्थर की है. 150 से 200 किलो वजन की खड़ी प्रतिमा भगवान राम के 5 वर्ष के बालक का स्वरूप है. इसको 18 जनवरी को गर्भगृह में अपने आसन पर रखा गया. उन्होंने कहा कि जिस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होती है, उसे अनेक प्रकार का निवास कराया जाता है. इसको पूजा पद्धति की भाषा मे अधिवास (जलवास अन्नवास शैयावास घृतवास फलवास) कहते हैं. 


Viral Video:सतीश महाना ने 'राम आएंगे' गीत पर कार्यकर्ताओं संग मिलाई ताल से ताल


 


गर्भगृह में पीएम मोदी रहेंगे मौजूद
प्राण प्रतिष्ठा कार्यकम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे. जानकारी के मुताबिक 


अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की रूपरेखा  
16 जनवरी से 21 जनवरी तक प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम चलेगा.
16 जनवरी- प्रायश्चित एवं कर्म कुटी पूजन 
17 जनवरी- रामलला की मूर्ति रामजन्मभूमि परिसर में प्रवेश करेगी
18 जनवरी- सायंकाल तीर्थ पूजन एवं जलयात्रा 
19 जनवरी- प्रातः औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास और शाम में धान्याधिवास 
20 जनवरी- प्रातः शर्कराधिवास, फलाधिवास और शाम को पुष्पाधिवास 
21 जनवरी- प्रातः मध्याधिवास और शाम को शय्याधिवास 
22 जनवरी- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में 121 आचार्य होंगे अनुष्ठान के संयोजक गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ और आचार्य लक्ष्मीकान्त दीक्षित होंगे.