प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव (VC Sangeeta Srivastava) ने सुबह की अजान को लेकर जिलाधिकारी से शिकायत की थी. कुलपति की शिकायत पर बुधवार को शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास (Maulana Saif Abbas) ने पलटवार किया है. सैफ अब्बास ने कहा कि ऐसे तो सुबह में होने वाला कीर्तन भी गलत है.अजान तो दो से तीन मिनट की होती है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या बोले मौलाना सैफ अब्बास?
मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि सुबह की अजान ज्यादा से ज्यादा पांच मिनट की होती है. अगर वे सुबह की आरती और कीर्तन को लेकर भी शिकायत की होती तो मसला समझ में भी आता. मगर सिर्फ अजान को लेकर शिकायत पत्र देना ठीक नहीं हैं. वह भी एक विश्वविद्यालय में उच्च पद पर बैठे अधिकारी के द्वारा. मैं उनसे गुजारिश करता हूं कि वह अपना शिकायत पत्र वापस ले लें. 


सुन्नी धर्मगुरु ने दिया यह तर्क 
सुन्नी धर्मगुरु मौलाना सुफियान निजामी ने भी संगीता श्रीवास्तव की शिकायत पत्र पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि अगर  मस्जिदों में अजान होती है तो मंदिरों में आरती भी होती है. धर्मगुरु ने आगे कहा कि जिस शहर से कुलपति का ताल्लुक है, उस शहर में बड़ा कुंभ होता है. कुंभ के दौरान पूरे महीने लाउडस्पीकर की अवाजें उठती हैं. सड़कें भी बंद होती हैं. लेकिन, किसी मुसलमान ने कोई पत्र नहीं लिखा. 


मौलाना सुफियान यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि श्रावण के महीने में कांवड़ यात्रा निकलती है. होली का मौका होता है तो रोड भी बंद होती है. लाउडस्पीकर भी बजते हैं, लेकिन किसी भी मुसलमान को कोई आपत्ति नहीं हुई. उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि यह सोची समझी साजिश का हिस्सा है. 


पूरा देश गंगा-जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता: मौलाना खालिद रशीद
मौलाना रशीद ने इस मसले पर कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुललपति को मालूम होना चाहिए कि पूरा देश गंगा-जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता है. भारत के सभी लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं. यही वजह है कि मस्जिदों से अजान और मंदिरों से भजन-कीर्तन की आवाज फिजा में गूंजती हैं. किसी को कभी इससे किसी तरह की परेशानी नहीं हुई तो इस तरह की बातों का कोई मतलब नहीं है. 


लाउडस्पीकर निश्चित तौर किया जाना चाहिए बंद: महंत शशिकांत दास
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति के इस पत्र का अयोध्या के संतों ने समर्थन किया है. सरयू नित्य आरती के अध्यक्ष महंत शशिकांत दास ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कुलपति की शिकायत स्वागत योग्य है. अगर हमारी आराधना से किसी को कष्ट हो तो हमारी आराधना व्यर्थ होती है. किसी भी धर्म संप्रदाय का व्यक्ति हो, आराधन की जा रही है तो बिना लाउडस्पीकर के भी किया जा सकता है.


उन्होंने आगे कहा कि लाउडस्पीकर चलाकर आजान और पूजन किया जाए यह मानने योग्य नहीं है. बिना लाउडस्पीकर के भी हमारी पूजा अल्लाह हो या भगवान स्वीकार करते हैं. हमारे पूजा या अजान से किसी व्यक्ति को कष्ट हो रहा है तो हमको उस बात को मानना चाहिए. उसमें किसी भी प्रकार का कोई अवरोध प्रकट नहीं करना चाहिए. बिना लाउडस्पीकर के अजान की जा सकती है और करना भी चाहिए. दूसरे संप्रदाय के लोग निराकार को मानते हैं और जिसका कोई आकार ना हो उसके पूजन में लाउडस्पीकर का कोई भी औचित्य नहीं है. लाउडस्पीकर निश्चित तौर पर बंद किया जाना चाहिए. 


'लाउडस्पीकर से अजान करने की क्या आवश्यकता'?
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने इस मसले पर मौलवियों की प्रतिक्रिया को निंदनीय बताया है. महंत परमहंस दास ने कहा कि कुलपति महोदया द्वारा की गई मांग को ले कर जो इमाम और मौलवियों ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है, वह निंदनीय है. छोटी सी भी बात पर हिंदू और मुस्लिम का रंग देने का काम शुरू कर देते हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने पहले भी लाउडस्पीकर को लेकर गाइडलाइन जारी की थी, जिससे कि अन्य लोगों को परेशानी ना हो. इस्लाम को मानने वाले लोगों ने जिस तरीके से प्रतिक्रिया व्यक्त की है, निंदनीय है. इस्लाम में मूर्ति पूजा और बुतपरस्ती हराम है, ऐसे में लाउडस्पीकर से आजान करने की क्या आवश्यकता है?


परमहंस दास ने आगे कहा कि मौलवियों द्वारा आपसी सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने लोगों से अपील की कि आपसी सौहार्द बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए. पढ़ने वाले बच्चों को भी लाउडस्पीकर से समस्या होती है और किसी एक धर्म की बात नहीं है मंदिर और मस्जिद दोनों की बातें हैं. एक तय समय सीमा में ही माइक बजना चाहिए. 


बता दें कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोसेसर संगीता श्रीवास्तव ने प्रयागराज के जिलाधिकारी समेत तमाम वरिष्ठ अधिकारियों को एक पत्र लिखा था. पत्र के माध्यम से उन्होंने गुजारिश कि मस्जिद में होने वाली अजान के कारण उनकी नींद खराब हो रही है. इसलिए इसको बंद किया जाए. उनके गुजारिश के बाद मस्जिद कमेटी ने मीनार पर लगे लाउडस्पीकर को उनके घर से दूसरी ओर कर दिया है. साथ ही उन्होंने लाउडस्पीकर का साउंड भी कम कर दिया है. 


भगवान राम के बिना भारत का काम नहीं चल सकता- सीएम योगी


अजान पर AU वीसी की उड़ी नींदः जानिए लाउड स्पीकर से अजान को लेकर क्या हैं नियम


 


WATCH LIVE TV